प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन के निर्माण स्थल का दौरा किया और वहां चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। नए संसद भवन का निर्माण अगले साल के आखिरी तक पूरा होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माण कार्य का जायजा लिया और वहां काम कर रहे इंजीनियरों और मजदूरों से भी बातचीत की। पीएम के इस औचक दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। सिर पर टोपी और हाथ में मास्क लिए उनकी तस्वीरों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स में अलग-अलग राय देखने को मिल रही है।
कुछ यूजर्स इसे पीएम मोदी की कर्तव्यपरायणता से जोड़कर देख रहे हैं तो वहीं कुछ इसे पब्लिसिटी स्टंट करार दे रहे हैं। इतना ही नहीं, पीएम मोदी की इन तस्वीरों के साथ जवाहरलाल नेहरू की पुरानी तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं। जब वह ऐसे ही भाखड़ा नांगल बांध का जायजा लेने के लिए पहुंच गए थे। वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा (@DeepakSEditor) ने जवाहरलाल नेहरू की 1954 की तस्वीर साझा की गई है, जब वह भाखड़ा नांगल बांध के काम का जायजा लेने पहुंचे थे। दोनों तस्वीरों को एक फ्रेम में रखते हुए उन्होंने लिखा कि प्राथमिकताएं दर्शाती हैं भारत के प्रति आपका दृष्टिकोण।

टीवी कलाकार और FTII के पूर्व चेयरमेन गजेंद्र चौहान (@Gajjusay) ने तस्वीरों को साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने लिखा कि 72 घंटों में पीएम मोदी ने नॉन स्टॉप फ्लाइट से यूएस पहुंचे, यूएसए सरकार और फॉर्च्यून 500 सीईओ के साथ 20 से ज्यादा बैठकें कीं। यूएनजीए में हिस्सा लिया फिर भारत के लिए नॉनस्टॉप उड़ान लेते हुए वापस पहुंचे, दिल्ली में मंत्रियों के साथ बैठक की और फिर सेंट्रल विस्टा का जायजा लेने के लिए पहुंच गए।

वहीं आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने पीएम मोदी की इस विजिट को निशाने पर लिया। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल @SanjayAzadSln पर लिखा कि कोरोना की महामारी में लोग मर रहे थे मोदी जी रैली में व्यस्त थे। 10 महीने से किसान सड़कों पर लाठियां खा रहा है 700 से ज़्यादा किसानो की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मोदी जी को आज तक अन्नदाताओं से मिलने की फुर्सत नही मिली,लेकिन जहाज़ से उतरकर तुरंत ड्रामा सीन देने पहुंच गए।

सरकारी अधिकारियों के अनुसार 2022 में संसद का शीतकालीन सत्र नए भवन में होगा। संसद के नए भवन का क्षेत्रफल 64,500 वर्गफुट होगा। इसमें एक भव्य ‘कॉन्स्टीट्यूशन हाल’ होगा जिसमें भारत की लोकतांत्रिक धरोहर को संजोया जाएगा। इसके अलावा सांसदों के लिए लाउंज, पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन के कक्ष और पार्किंग के लिए स्थान होगा। नई इमारत में लोकसभा में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी जबकि राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।