PM Narendra Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय अमेरिकी दौरे से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कई अहम मुद्दों पर बात की। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दोनों मिलकर अपने दोनों देशों की प्रगति और समृद्धि की ओर अग्रसर होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे विश्वास है कि आपके दूसरे कार्यकाल में हम और अधिक तेजी से काम करेंगे।
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज के साथ बैठक की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल रहे।
पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क से भी मिले। अमेरिका पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों और आतंकवाद से निपटने में खुफिया सहयोग बढ़ाने पर बात हुई। मोदी ने तुलसी गबार्ड को अमेरिका की शीर्ष खुफिया अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति पर बधाई भी दी।
PM Modi US Visit LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 13 फरवरी को वाशिंगटन डीसी के व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें ‘अवर जर्नी टुगेदर’ नामक पुस्तक भेंट की। उन्होंने उन्हें ‘हाउडी मोदी’ और ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रमों की कई तस्वीरें दिखाईं, जो पुस्तक का हिस्सा हैं।
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में सकारात्मक चर्चा की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
जब पूछा गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक में व्यवसायी गौतम अडानी के खिलाफ मामले पर चर्चा हुई, तो पीएम मोदी ने कहा, "भारत एक लोकतंत्र है और हमारी संस्कृति 'वसुधैव कुटुम्बकम' है, हम पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं। मेरा मानना है कि हर भारतीय मेरा है। दो देशों के दो प्रमुख नेता कभी भी ऐसे व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हैं"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "...जो लोग अवैध रूप से दूसरे देशों में रहते हैं, उन्हें वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। जहां तक भारत और अमेरिका का सवाल है, हमने हमेशा कहा है कि जो लोग सत्यापित हैं और वास्तव में भारत के नागरिक हैं - अगर वे अवैध रूप से अमेरिका में रहते हैं, तो भारत उन्हें वापस लेने के लिए तैयार है। लेकिन यह हमारे लिए यहीं तक सीमित नहीं है। ये सामान्य परिवारों के लोग हैं। उन्हें बड़े-बड़े सपने दिखाए जाते हैं और उनमें से अधिकतर ऐसे होते हैं जिन्हें गुमराह करके यहां लाया जाता है। इसलिए, हमें मानव तस्करी की इस पूरी व्यवस्था पर हमला करना चाहिए। अमेरिका और भारत को मिलकर इस तरह के तंत्र को जड़ से खत्म करने का प्रयास करना चाहिए ताकि मानव तस्करी खत्म हो जाए...हमारी बड़ी लड़ाई उस पूरे तंत्र के खिलाफ है और हमें विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप इसे खत्म करने में भारत का पूरा सहयोग करेंगे।"
पीएम मोदी ने कहा, "हमारी टीमें एक व्यापार समझौते को पूरा करने पर काम करेंगी जिससे दोनों देशों को परस्पर लाभ होगा। हम भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तेल और गैस व्यापार को मजबूत करेंगे। ऊर्जा के बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ेगा। परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में हमने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों की दिशा में अपने सहयोग को गहरा करने की बात कही। भारत की रक्षा तैयारियों में अमेरिका की अहम भूमिका है। रणनीतिक और विश्वसनीय साझेदार के रूप में हम संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले दिनों में नई तकनीक और उपकरण हमारी क्षमता को बढ़ाएंगे।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करती है। हम इंडो-पैसिफिक में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगे। इसमें QUAD की अहम भूमिका होगी। इस बार भारत QUAD शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है - हम उस दौरान अपने साझेदार देशों के साथ नए क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाएंगे। भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEEC) और इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका (I2U2) में, हम आर्थिक गलियारे और व्यापार बुनियादी ढांचे के लिए मिलकर काम करेंगे...
खालिस्तानी आतंकियों सहित भारत के खिलाफ काम करने वाले अमेरिका के तत्वों पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि भारत के बाइडेन प्रशासन के साथ अच्छे संबंध थे... बहुत सी ऐसी चीजें हुईं जो भारत और बाइडेन प्रशासन के बीच बहुत उचित नहीं थीं। हम एक बहुत ही हिंसक व्यक्ति (तहव्वुर राणा) को तुरंत भारत को वापस सौंप रहे हैं। आगे और भी बहुत कुछ होगा क्योंकि हमारे पास काफी अनुरोध हैं। इसलिए हम भारत के साथ अपराध पर काम करते हैं और हम इसे भारत के लिए अच्छा बनाना चाहते हैं..."
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- भारत और अमेरिका के बीच सैन्य जरूरतों को लेकर सहमति बनी है। अमेरिका भारत को हथियारों की बिक्री करेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि अमेरिका भात को F35, स्टेल्थ लड़ाकू विमान उपलब्ध कराएगा।
IMEC (भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा) पर अमेरिका ने सहमति क्त की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "हमने इतिहास के सबसे महान व्यापार मार्गों में से एक के निर्माण में मदद करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की है। यह भारत से इजरायल, इटली और फिर अमेरिका तक जाएगा, जो हमारे साझेदारों को सड़कों, रेलमार्गों और समुद्री केबलों से जोड़ेगा। यह एक बड़ी उपलब्धि है..."
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "प्रधानमंत्री और मैं ऊर्जा पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर भी पहुंचे हैं, जो यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिका भारत को तेल और प्राकृतिक गैस का अग्रणी आपूर्तिकर्ता बने, उम्मीद है कि नंबर 1 आपूर्तिकर्ता बने। अमेरिकी परमाणु उद्योग के लिए भारत अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकी का स्वागत करने के लिए कानूनों में सुधार भी कर रहा है, जो भारतीय बाजार में उच्चतम स्तर पर है..."
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के भयावह मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक (तहव्वुर राणा) और दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक के प्रत्यर्पण को भारत में न्याय का सामना करने के लिए मंजूरी दे दी है। वह न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा - जहां तक रूस-यूक्रेन विवाद का सवाल है, मुझे बहुत खुशी है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने शांति बहाली के लिए पहल की है और राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बात की है। दुनिया को लगता था कि किसी तरह से, इस पूरी प्रक्रिया में वह एक तटस्थ देश है, लेकिन यह सच नहीं है। भारत का एक पक्ष है और वह शांति का है। मैं पहले दिन से ही बातचीत और कूटनीति के महत्व और शांतिपूर्ण समाधान के बारे में बात करता रहा हूं। जब मैं राष्ट्रपति पुतिन से मिला था, तो मीडिया की मौजूदगी में मैंने कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि युद्ध के मैदान में समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर आना होगा। हम शांति लाने के लिए किए गए हर प्रयास का समर्थन करते हैं, हम ट्रंप द्वारा किए गए सभी प्रयासों की सराहना करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' अभिन्न हैं। जब हम राष्ट्रपति ट्रंप की बात करते हैं, तो हमें 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' याद आता है। इसी तरह भारत में भी हमारे पास 1.4 करोड़ भारतीयों का संकल्प है, यानी जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा, तब तक हम अपने देश को विकसित देश बना लेंगे, 2047 तक और यह नई गति पकड़ रहा है...अमेरिका दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र है और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इसलिए जब भारत और अमेरिका एक साथ आते हैं, तो हम 1+1 = 11 बनाते हैं, 2 नहीं और यह 11 की शक्ति है जो मानवता के कल्याण के लिए काम करने वाली है। मैं अपने मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं और हम सब मिलकर संकल्प लेते हैं कि हम सब मिलकर अपने राष्ट्रों की प्रगति और समृद्धि की ओर बढ़ेंगे।"
इस सवाल के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से कहा- हम किसी को भी हराने के लिए बहुत अच्छी स्थिति में हैं। लेकिन हम किसी को हराने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, हम वाकई अच्छा काम करना चाहते हैं। हमने अमेरिकी लोगों के लिए शानदार काम किया है। हमारे 4 साल बहुत बढ़िया रहे और एक भयानक प्रशासन ने रुकावटें पैदा कीं...अब हम इसे फिर से एक साथ ला रहे हैं। मुझे लगता है कि यह पहले की तुलना में बहुत मजबूत होने जा रहा है या पहले की तुलना में और भी अधिक मजबूत होने जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप से मीटिंग के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा - मुझे खुशी है कि इस कमरे में प्रवेश करते ही मेरे मित्र ने मुझे अहमदाबाद और क्रिकेट स्टेडियम की याद दिलाई, जहां हमने एक बड़ी रैली की थी। अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप और ह्यूस्टन में हाउडी मोदी जैसे कार्यक्रम किए थे...उन कार्यक्रमों की गूंज आज भी भारत और दुनिया में सुनाई देती है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- आपने हमारे संबंधों को और अधिक व्यापक बनाने और हमारे संबंधों को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाने में बहुत बड़ा व्यक्तिगत योगदान दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि आपके दूसरे कार्यकाल में हम और भी अधिक गति से काम करेंगे। जैसा कि मैंने भारत के लोगों से वादा किया है कि मेरे तीसरे कार्यकाल में हम तीन गुना गति से काम करेंगे, मेरा पूरा विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ, अगले 4 वर्षों के दौरान, उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान, हम उनके पहले कार्यकाल की तुलना में दोगुनी गति से काम करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं आपको व्हाइट हाउस में वापस देखकर प्रसन्न हूं, मैं आपको भारत के 140 करोड़ लोगों की ओर से बधाई देता हूं...भारत के लोगों ने मुझे तीसरी बार पीएम के रूप में सेवा करने का अवसर दिया...इस कार्यकाल में, मुझे अगले 4 वर्षों के लिए एक बार फिर राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ काम करने का अवसर मिला है, और यह बहुत खुशी की बात है...मैं आपके पहले कार्यकाल में आपके साथ काम करने के अपने पिछले अनुभव से कह सकता हूं कि हम उसी बंधन, उसी विश्वास और उसी उत्साह के साथ भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाते रहेंगे।"
व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "भारत के प्रधानमंत्री मोदी का हमारे साथ होना बहुत सम्मान की बात है। वे लंबे समय से मेरे अच्छे दोस्त हैं। हमारे बीच बहुत बढ़िया संबंध रहे हैं और हमने अपने 4 साल के कार्यकाल के दौरान इस संबंध को बनाए रखा...हमने अभी फिर से शुरुआत की है। मुझे लगता है कि हमारे पास बात करने के लिए कुछ बहुत बड़ी चीजें हैं। नंबर 1 यह है कि वे हमारे बहुत सारे तेल और गैस खरीदने जा रहे हैं। हमारे पास दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक तेल और गैस है। उन्हें इसकी जरूरत है, और हमारे पास यह है। हम व्यापार के बारे में बात करने जा रहे हैं। हम कई चीजों के बारे में बात करने जा रहे हैं। लेकिन आपसे मिलना वास्तव में सम्मान की बात है, आप लंबे समय से मेरे दोस्त हैं। शानदार काम करने के लिए बधाई।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में बातचीत की। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दोनों मिलकर अपने दोनों देशों की प्रगति और समृद्धि की ओर अग्रसर होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। मुझे विश्वास है कि आपके दूसरे कार्यकाल में हम और अधिक तेजी से काम करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर घोषणा की है। रॉयटर्स के मुताबिक ट्रंप ने कहा, ‘व्यापार के मामले में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मैंने पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariffs) लगाने का फैसला लिया है यानी, जो भी देश अमेरिका पर टैरिफ लगाते हैं, हम भी उन पर उतना ही टैरिफ लगाएंगे- न कम, न ज्यादा। वे हम पर कर और टैरिफ लगाते हैं, तो यह सीधी बात है कि हम भी उन पर ठीक उतना ही कर और टैरिफ लगाएंगे।’ ट्रंप ने कहा कि भारत लगभग हर देश से ज्यादा टैरिफ लगाता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर बताया कि उन्होंने वाशिंगटन डीसी में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। जिनमें अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे मुद्दे शामिल हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी के बीच वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में बैठक चल रही है। इससे पहले उन्होंने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे पर ब्लेयर हाउस में भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक खत्म होने के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस से बाहर निकले।
भारतीय प्रवासी वाशिंगटन डीसी में ब्लेयर हाउस के बाहर इकट्ठा हुए और उन्होंने 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा के दौरान ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर बताया कि अमेरिकी एनएसए माइकल वाल्ट्ज के साथ सार्थक बैठक हुई। इस दौरान रक्षा, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा के मुद्दों पर बहुत अच्छी चर्चा हुई।
पीएम नरेंद्र मोदी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में बेहद अहम बैठक चल रही है।
अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों से जुड़े लोगों ने वाशिंगटन, डीसी में ब्लेयर हाउस के बाहर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के खिलाफ नारेबाजी की। पीएम नरेंद्र मोदी ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं। लोगों ने हत्यारा यूनुस, हत्यारा यूनुस के नारे लगाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन के अमेरिकी दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री ने वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज के साथ बैठक की है। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल रहे।
कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात से पहले कहा कि क्या प्रधानमंत्री अमेरिका से भारतीय नागरिकों को ‘‘अमानवीय तरीके से’’ वापस भेजे जाने पर भारत की तरफ से सामूहिक नाराजगी व्यक्त करने का साहस जुटा पाएंगे? पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि इस मुलाकात से पहले ही ट्रंप को खुश करने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी दौरे पर हैं।