PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के जलगांव में एक जनसभा को संबोधित किया। कोलकाता में लेडी डॉक्टर के रेप और हत्या की घटना के आक्रोश के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारी सरकार महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को सख्त से सख्त सजा देने के लिए लगातार कानून भी सख्त बना रही है। आज इतनी बड़ी संख्या में देश की बहनें-बेटियां यहां हैं। मैं आपको ये खासतौर से बताना चाहता हूं। पहले शिकायतें रहती थीं कि समय पर एफआईआर दर्ज नहीं होती, सुनवाई नहीं होती, मामलों में देरी होती है। हमने भारतीय न्याय संहिता में ऐसी अनेक रुकावटें दूर की हैं। महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार को लेकर इसमें एक पूरा अध्याय बनाया गया है। अगर पीड़ित महिलाएं थाने नहीं जाना चाहतीं तो वो घर से ही ई-एफआईआर दर्ज करा सकती हैं। हमने ये भी सुनिश्चित किया है कि थाना स्तर पर ई-एफआईआर से कोई छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। पढ़ें पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें।

  1. पीएम मोदी ने कहा कि नए कानूनों में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए उम्रकैद का प्रावधान किया गया है। बेटियों के साथ शादी के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। पहले इसके लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं था। अब भारतीय न्याय संहिता में शादी के झूठे वादे और धोखे को भी साफतौर से परिभाषित किया गया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए केंद्र सरकार हर तरह से राज्य सरकारों के साथ है। हमें भारतीय समाज से इस मानसिकता को खत्म करके ही रुकना होगा। इसलिए, आज भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है और इसमें महाराष्ट्र की बहुत बड़ी भूमिका है। महाराष्ट्र विकसित भारत का एक चमकता सितारा है।
  2. पीएम मोदी ने कहा कि माताओं, बहनों और बेटियों की ताकत बढ़ाने के साथ-साथ उनकी सिक्योरिटी भी देश की प्राथमिकता है। मैंने लाल किले से बार-बार इस मुद्दे को उठाया है। आज देश का कोई भी राज्य हो, मैं अपनी बहनों और बेटियों के दर्द और गुस्से को समझता हूं। मैं एक बार फिर देश के हर राजनीतिक दल, हर राज्य सरकार से कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध एक पाप है। जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। जो भी किसी भी रूप में उसकी मदद करते हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। अस्पताल हो, स्कूल हो, सरकार हो या पुलिस व्यवस्था हो, जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई है, सभी की जवाबदेही तय होनी चाहिए। संदेश ऊपर से नीचे तक बहुत साफ जाना चाहिए। सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन जिंदगी की रक्षा और महिलाओं के सम्मान की रक्षा करना हम सभी की, समाज के तौर पर और सरकार के तौर पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
  3. पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में कहा कि भारत की नारी शक्ति ने हमेशा समाज और राष्ट्र के भविष्य के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दिया है और आज जब हमारा देश विकसित बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, तो एक बार फिर हमारी नारी शक्ति आगे आ रही है।
  4. पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं लोकसभा चुनाव के दौरान आपके पास आया था, तो मैंने वादा किया था कि हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे। इसका मतलब है कि जो महिलाएं स्वयं सहायता समूहों में काम करती हैं और उनकी सालाना आय 1 लाख रुपये से ज्यादा है। पिछले 10 सालों में एक करोड़ लखपति दीदी बनाई गईं और सिर्फ दो महीने में एक करोड़ में 11 लाख और लखपति दीदी जुड़ गईं।
  5. पीएम मोदी ने कहा कि आपने सुना होगा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसमें महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। हालांकि, कुछ साल पहले ऐसा नहीं था। महिलाएं हर घर और हर परिवार की देखरेख करती हैं। हालांकि, महिलाओं की मदद की गारंटी देने वाला कोई नहीं था। महिलाओं के नाम पर संपत्ति नहीं थी और अगर उन्हें बैंक से लोन लेना होता तो वे नहीं ले पाती थीं। ऐसी स्थिति में वे अपना छोटा-मोटा कारोबार भी नहीं कर पाती थीं। हमने साल दर साल महिलाओं के हित में फैसले लिए। पीएम ने कहा कि मैंने तय किया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अपने देश की माताओं, बहनों और बेटियों की हर मुश्किल को कम करूंगा। इसलिए मोदी सरकार ने महिलाओं के हित में एक के बाद एक फैसले लिए हैं।