प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान के दौरे पर पहुंचे हैं। जहां वह राजस्थान सरकार के कार्यक्रम ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ में हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान पीएम के साथ राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकारों के बीच पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना के लिए संशोधित समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान एमपी के सीएम मोहन लाल यादव भी मंच पर मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कहा कि ‘आज का उत्सव सरकार के एक साल पूरा होने तक सीमित नहीं है, ये राजस्थान के हल्के प्रकाश का भी उत्सव है, राजस्थान के विकास का भी उत्सव है।’

पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें

  1. पीएम मोदी ने कहा कि ये असाधारण घटना है। एक साल का उत्सव तो है ही, लेकिन आने वाली सदियों का उज्ज्वल भविष्य आज इस मंच से लिखा जा रहा है। इस परियोजना में चंबल और इसकी सहायक नदियों जैसे पार्वती, कालीसिंध, बनास, बाणगंगा का पानी आपस में जोड़ा जाएगा।
  2. पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा की नीति, विवाद की नहीं संवाद की है। हम विरोध में नहीं, सहयोग में विश्वास करते हैं। हम व्यवधान में नहीं, समाधान पर यकीन करते हैं। इसलिए, हमारी सरकार ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को स्वीकृत भी किया है और विस्तार भी किया है। जैसे ही MP और राजस्थान में भाजपा सरकार बनी तो, पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना… MPKC लिंक परियोजना पर समझौता हो गया।
  3. पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना…ERCP को कांग्रेस ने कितना लटकाया, ये भी कांग्रेस की नीयत का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ये किसानों के नाम पर बातें बड़ी-बड़ी करते हैं। लेकिन किसानों के लिए न खुद कुछ करते हैं और ना दूसरों को करने देते हैं।
  4. पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मां नर्मदा का पानी गुजरात के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाने का बड़ा अभियान चलाया था। तब उसे रोकने के लिए भी कांग्रेस द्वारा और कुछ एनजीओ द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए गए।
  5. पीएम ने कहा कि अटल जी ने नदियों को जोड़ने का विजन रखा था। उन्होंने इसके लिए उन्होंने विशेष कमेटी भी बनाई। मकसद यही था कि जिन नदियों में जरूरत से ज्यादा पानी है, उसको सूखाग्रस्त क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके। इससे बाढ़ की समस्या और सूखे की समस्या, दोनों का समाधान संभव था। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके समर्थन में बातें कही हैं।