Lok Sabha Elections 2024: आज तेलंगाना के वेमुलावाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह अंबानी-अडाणी का नाम इसलिए नहीं ले रहे क्योंकि कांग्रेस ने इन उद्योगपतियों से मोटा पैसा लिया है। इसके जवाब में अब राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को सीबीआई ईडी को इन उद्योगपतियों के पास भेजकर जांच करवानी चाहिए।

पीएम मोदी ने एक जनसभा के दौरान कहा, “आपने देखा होगा कि कांग्रेस के ‘शहजादे’ पिछले पांच साल से सुबह उठते ही एक माला जपना शुरू करते थे कि पांच उद्योगपति हैं, धीरे-धीरे अंबानी, अडानी कहने लगे लेकिन जब से चुनाव शुरू हुआ है, वह चुप हैं। क्या किसी तरह का सौदा हुआ है। ‘शहजादे’ बताएं कि कितना माल उठाया है? क्या टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं?”

राहुल गांधी ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बयान का जवाब देते हुए कहा,”नमस्कार मोदी जी थोड़ा सा घबरा गए क्या? नॉर्मली आप बंद कमरों में अडानी जी अंबानी जी की बात करते हो, पहली बार अपने पब्लिक में दोनों का नाम बोला। आपको यह भी मालूम है कि ये टेंपो में पैसा देते हैं क्या यह आपका पर्सनल एक्सपीरियंस है क्या? एक काम कीजिए सीबीआई ईडी को इनके पास भेजिए…पूरी जानकारी करिए… इन्क्वायरी करवाइए।”

राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैं देश को फिर से दोहरा के कह रहा हूं जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने इनको दिया है ना उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के गरीब लोगों को देने जा रहे हैं।

रायबरेली में एक चुनावी रैली में प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जब उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या के कारण मर रहे थे, तब उन्होंने अरबपतियों के लिए 16 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए। पीएम मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता पावन खेड़ा ने कहा कि 3 अप्रैल से अब तक राहुल गांधी 103 बार गौतम अडाणी और 20 बार मुकेश अंबानी का नाम ले चुके हैं।

लगातार राहुल गांधी करते रहे हैं अडाणी-अंबानी का ज़िक्र

अप्रैल 2015 में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के लगभग एक साल बाद राहुल गांधी ने लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार को ‘सूट-बूट की सरकार’ कहा था। इसके बाद इस तरह के हमले लगभग उनके हर भाषण का हिस्सा होने लगे। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने दिसंबर 2018 में राफेल सौदे का मुदा उठाया। हालांकि ‘सूट-बूट की सरकार’, ‘चौकीदार चोर है’ और ‘हम दो हमारे दो’ जैसे नारे और अभियान को कांग्रेस के लिए चुनावी रूप से फायदेमंद नहीं माना गया, लेकिन राहुल गांधी ने अपने हमले की लाइन जारी रखी।

इतना ही नहीं, उन्होंने पिछले साल फरवरी में लोकसभा में एक भाषण के दौरान गौतम अडाणी के साथ पीएम मोदी की एक तस्वीर भी दिखाई और बीजेपी पर उद्योगपतियों को फायदा देने का आरोप लगाया, अब भी राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के दौरान कई भाषणों में अडाणी-अंबानी का ज़िक्र करते दिखाई दिए हैं।