पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। शुक्रवार को होने वाली इस बैठक में पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा पर हालात की समीक्षा करने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि तनाव बढ़ने के मद्देनजर मोदी जमीन पर हालात की समीक्षा कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने कहा है कि भारत ने कोई हमला नहीं किया, हालांकि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कैबिनेट की एक बैठक बुलाई है।
भारत ने अपनी तरह की पहली कार्रवाई में 28 एवं 29 सितंबर की आधी रात को नियंत्रण रेखा के पार स्थित सात आतंकी ठिकानों पर निशाना साधकर सर्जिकल स्ट्राइक किए। सेना का कहना है कि उसने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहे आतंकवादियों को ‘भारी नुकसान’ पहुंचाया। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेतावनी दी थी कि उरी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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हालांकि, पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे का खंडन किया। पाकिस्तान ने कहा कि सीमा पर हुई फायरिंग में उनके दो जवान मारे गए हैं। पाकिस्तान ने भारत की ‘बिना उकसावे के की गई गोलीबारी’ को लेकर भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले को समन किया था। पाकिस्तान ने कहा कि गोलीबारी में उसके दो जवान मारे गए।
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बता दें, गुरुवार को भारत के डीजीएमओ ले. रणबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दी थी कि भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है। डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह ने बताया था कि भारत ने एलओसी पार करके आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं और कई आतंकियों को मार गिराया है। जीएमओ ने बताया, ‘ये सभी आतंकी भारत में घुसपैठ करने के लिए एलओसी पर इकट्ठा हुए थे। वे कश्मीर में घुसकर भारत के कई अन्य शहरों में हमला करना चाहते थे। इन ऑपरेशन को रोक दिया गया है क्योंकि इनका उद्देश्य आतंकियों को मार गिराना था। मैंने पाकिस्तानी डीजीएमसी को फोन करके अपनी चिंता साझा की और कल रात किे सर्जिकल हमले की भी जानकारी दी।’