संसद में गतिरोध के लिए कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि 400 सांसदों की इच्छा के विरूद्ध 40 सांसद देश के विकास को अवरूद्ध करने की साजिश रच रहे हैं जो लोकतंत्र का अपमान है।

यहां एक रैली में अपने सख्त लहजे वाले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी भावना जनता के साथ साझा करने का निर्णय किया है क्योंकि ‘जनसभा’ निचले सदन ‘लोकसभा’ से बड़ी होती है और इतने बड़े जनादेश के बावजूद लोकसभा में उनकी आवाज ‘दबायी’ जा रही है।

कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यहां रैली में कहा कि देश में लोकतंत्र के बारे में जागरूकता फैलाने और जनता को अपने जन प्रतिनिधियों पर संसद में कामकाज करने और सवाल उठाने, चर्चा में हिस्सा लेने तथा सदनों में कार्यवाही चलाने के लिए दबाव बनाने की जरूरत है।

संसद में कामकाज में व्यवधान का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘लोग ऐसे विपक्षी दलों को माफ नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘लोकसभा से भी बड़ी ‘जन सभा’ है और इसलिए मैं यहां अपनी बात रख रहा हूं । कुछ लोग :विपक्ष: केवल अपने अहंकार के लिए ऐसा कर रहे हैं।

इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात और कुछ नहीं हो सकती है। लोग कुछ दलों को संसद में उनके आचार-व्यवहार के लिए क्षमा नहीं करेंगे। ‘‘ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘400 सांसदों की इच्छा के विरूद्ध 40 सांसद देश के विकास को अवरूद्ध करने की साजिश रच रहे हैं ।’