पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का मंगलवार यानी 5 अगस्त को निधन हो गया। सत्यपाल मलिक लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सत्यपाल मलिक के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में लिखा, “सत्यपाल मलिक जी के निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।”

राम मनोहर लोहिया अस्पताल में थे भर्ती

सत्यपाल मलिक की उम्र 79 साल थी और वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में लंबे समय से भर्ती थे। यहीं पर उन्होंने आखिरी सांस ली। कुछ दिन पहले उनकी एक तस्वीर आई थी, जिसमें उनकी हालत काफी खराब थी। सत्यपाल मलिक छात्रसंघ के समय से ही राजनीति में आ गए थे और उन्होंने गवर्नर तक का सफर तय किया।

शानदार और बगावती रहा राजनीतिक सफर

सत्यपाल मलिक का राजनीतिक सफर काफी अच्छा रहा, लेकिन वह एक दल में अधिक समय तक नहीं टिक पाए। सत्यपाल मलिक पहली बार बागपत विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे और विधायक बने थे। उस समय उन्होंने भारतीय क्रांति दल के टिकट पर जीत हासिल की थी, जिसकी अगुवाई चौधरी चरण सिंह करते थे। वहीं जब चौधरी चरण सिंह ने राष्ट्रीय लोक दल बनाई तब सत्यपाल मलिक इसके जनरल सेक्रेटरी बन गए और इसी के टिकट पर 1980 में राज्यसभा गए। हालांकि 1984 में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया, लेकिन जैसे ही बोफोर्स घोटाले में पूर्व पीएम राजीव गांधी का नाम आया, तब सत्यपाल मलिक ने पार्टी छोड़ दी। इसके बाद वह जनता दल में शामिल हो गए।

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पीएम मोदी ने बनाया गवर्नर

1989 में जनता दल के टिकट पर सत्यपाल मलिक अलीगढ़ से लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद पहुंचे थे। हालांकि इसके बाद सत्यपाल मलिक कभी चुनाव नहीं जीत पाए। सत्यपाल मलिक ने 1996 का चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लड़ा, लेकिन हार गए। वहीं 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर बागपत से लोकसभा चुनाव लड़ा। यहां भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2012 में बीजेपी ने पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया और 2017 में उन्हें बिहार का राज्यपाल बना दिया गया। इसके बाद सत्यपाल मलिक को जम्मू कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया और उन्हीं के रहते अनुच्छेद 370 को भी हटाया गया।

हालांकि बाद में सत्यपाल मलिक को गवर्नर के रूप में मेघालय भेज दिया गया। सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए। उन्होंने पीएम मोदी पर भी कई आरोप लगाए, जिसको लेकर जांच भी हुई।