BJP Meeting: लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने अपने नुकसान को लेकर अलग-अलग राज्यों में काफी मंथन किया है और अब पार्टी की अहम बैठक होने वाली है। यह बैठक बीजेपी के सभी मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों की होगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद होंगे। दिग्गजों की इस बैठक में पार्टी के फ्यूचर को लेकर कई बड़े फैसले हो सकते हैं।

माना जा रहा है कि इस बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी को हुए नुकसान पर चर्चा होगी। साथ ही अलग-अलग राज्यों में सामने आए विफलता के कारणों की समीक्षा के आधार पर आलाकमान कुछ बड़े निर्णय भी ले सकता है। इसके चलते पार्टी में अंदरखाने चुनौती खड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकता है।

सरकार और संगठन में तालमेल बिठाने की कोशिश

इसके अलावा इस बैठक में लोकसभा चुनाव के परिणामों और मोदी 3.0 के पहले बजट और पहले 100 दिनों की कार्य योजनाओं पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी चर्चा की जाएगी। राज्यों में सरकारों तथा संगठनों के बीच बेहतर तालमेल पर भी चर्चा होगी।

उपचुनाव के लिए बनेगी रणनीति

उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन लोकसभा चुनावों के दौरान काफी खराब रहा था। ऐसे में बीजेपी की प्लानिंग है कि यूपी में खाली हुई 10 विधानसभा सीटों में होने वाले उपचुनावों में पूरी ताकत झोंक दी जाए। ऐसे में यूपी में हुए इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए पीएम मोदी की मौजूदगी में इस अहम बैठक में कुछ बड़े ऐलान किए जा सकते हैं। उपचुनाव केवल यूपी में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में कई सीटों पर होंगे और पार्टी इन सभी को लेकर कुछ बड़े फैसले ले सकती है, क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद से विपक्ष इंडिया गठबंधन आक्रामक हैं और बीजेपी फिलहाल बैकफुट पर है।

झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू कश्मीर में आने वाले कुछ महीनों में अहम विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महाराष्ट्र में बीजेपी की लीडरशिप वाले एनडीए को करारा झटका लगा था। झारखं में सीएम हेमंत सोरेन के वापस जेल से रिहा होने के बाद बीजेपी बैकफुट पर है। इसके अलावा हरियाणा में भी पार्टी की लोकसभा सीटें आधी हो गई हैं। वहीं अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मूकश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव होने के नाते यह बीजेपी के लिए काफी अहम होगा।

ऐसे में बीजेपी की इस हाईप्रोफाइल मीटिंग में इन चारों ही राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकरक खास नीति बनाई जा सकती है, जिससे पार्टी को फिर से नई ताकत दी जा सके।