लोकसभा चुनाव होने में अब सिर्फ कुछ ही महीने बचे हैं। इस बीच विपक्ष की ओर से 26 दलों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने के लिए I.N.D.I.A. नाम से अपना गठबंधन बना लिया है। गठबंधन के नेता के नाम पर अभी तक कोई आम सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन कई दावेदारों ने खुद को आगे करने के लिए अपने दल और समर्थकों के माध्यम से नाम बढ़ाना शुरू कर दिया है। कुछ ने बाकायदे सोशल मीडिया पर इसको लेकर मुहिम भी शुरू कर दी है।
तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने शुरू कर दिया अभियान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता ममता बनर्जी के समर्थकों ने भी उनको प्रधानमंत्री पद का सबसे योग्य नेता बताते हुए उनको ही I.N.D.I.A. की ओर से नाम घोषित करने की मांग की है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया है कि फिलहाल पीएम पद के लिए उनसे योग्य कोई उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने चुनौती दी है कि ममता बनर्जी से ज्यादा सक्षम और योग्य उम्मीदवार कोई ला सके तो बताए। पार्टी ने अपने नेता के नाम को आगे बढ़ाने के लिए अभियान भी शुरू कर दिया है।
विपक्ष का मानना है कि एकजुटता बनी रही तो जीतेंगे 350 सीटें
हालांकि विपक्ष के इस गठबंधन के अधिकतर नेता मानते हैं कि पहले सभी दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरें। नतीजे आने के बाद पीएम के नाम को तय किया जाएगा। विपक्षी गठबंधन का मानना है कि अगर उनकी एकजुटता बनी रहती है तो वे 350 सीटें पा सकते हैं।
इससे पहले कई और नाम चर्चा में आए, लेकिन अभी अंतिम रूप से किसी पर भी आम सहमति नहीं बन पाई है। इनमें सबसे ज्यादा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नाम की चर्चा है। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व राहुल गांधी ही कर सकते हैं। गठबंधन बनाने को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी पहल की थी।
नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। उन्हीं की पहल पर पटना में विपक्ष के सभी दलों की बैठक हुई थी। इसके बाद अगली बैठक बेंगलुरु में हुई और अगले कुछ दिनों में तीसरी बैठक मुंबई में होगी। विपक्ष की ओर से एक नाम और चर्चा में है, वह है एनसीपी नेता शरद पवार, लेकिन उनकी बढ़ती उम्र और दलों में ही वैचारिक मतभेद की वजह से उनके नाम पर काफी कम लोग राजी हैं।