US Deportation Flights: अमेरिका में अवैध तरीके से गए भारतीयों को लेकर एक और विमान आज भारत पहुंच गया है। अमेरिकी सैन्य विमान शनिवार रात अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी दूसरी फ्लाइट में पंजाब से 67 और हरियाणा से 33 व बाकी राज्यों के लोग शामिल है। अमृतसर में इस लैंडिंग के मामले पर सियासत भी काफी तेज है। पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पवित्र शहर अमृतसर को बदनाम किया जा रहा है। कहा कि अमृतसर को डिपोर्ट केंद्र नहीं बनने देंगे।

इससे पहले 5 फरवरी को 104 अवैध रूप से पहुंचे भारतीय प्रवासियों को डिपोर्ट करके अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारा गया था। इसके बाद विमाम में सवार लोगों के साथ में हुए बर्ताव को लेकर संसद के अंदर और बाहर विपक्षी पार्टियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। कांग्रेस और आप समेत विपक्षी दलों ने कहा था कि निर्वासित भारतीयों को अमेरिकी सैन्य विमान में ले जाया गया था और उन्हें हथकड़ी और बेड़ियां पहनाई गई थीं।

तीसरा विमान भी कल पहुंचेगा

अमेरिका से अवैध भारतीय अप्रवासियों का तीसरा विमान भी 16 फरवरी को आने वाला है। इन विमानों के उतरने के लिए अमृतसर को चुनने के केंद्र के फैसले की ओर इशारा करते हुए सीएम मान ने इस मुद्दे पर पंजाब के खिलाफ एक बदनाम अभियान चलाने का आरोप लगाया। मान ने कहा कि पंजाबी केंद्र की खराब नीतियों के खिलाफ खड़े रहे हैं, यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ नाराजगी रखती है और उनकी छवि को खराब करने की साजिश करती रहती है।

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पंजाब के सीएम ने क्या आरोप लगाया

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आरोप लगाया कि जब मोदी अपने मित्र डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिला रहे थे, उसी वक्त भारतीय नागरिकों को सैन्य विमान से जंजीरों में बांधकर वापस भेजा जा रहा था। जंजीरों में जकड़े भारतीयों को वापस भेजा जाना ट्रंप की ओर से मोदी को दिया गया तोहफा है। पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने पहले विमान के उतरने के बाद इसी तरह की चिंता जाहिर की थी और इसे राज्य को बदनाम करने के मकसद से उठाया गया कदम बताया था।

आम आदमी पार्टी के अलावा कुछ किसान संगठनों ने भी अलग-अलग मुद्दों पर पंजाब के खिलाफ कथित तौर पर पक्षपाती होने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा है। शंभू बॉर्डर पर फसलों के लिए एमएसपी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) की महासचिव सुखविंदर कौर ने कहा, ‘चूंकि पंजाब में भाजपा-बहुमत वाली सरकार नहीं है, इसलिए वे बार-बार हमें दरकिनार महसूस कराते हैं।’

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मुद्दे को पंजाब की आर्थिक बदहाली से जोड़ा

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने इस मुद्दे को पंजाब की आर्थिक बदहाली से जोड़ा। 12 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमें यह विश्लेषण करना चाहिए कि लोग पंजाब क्यों छोड़ रहे हैं। खेती-बाड़ी मुनाफे का सौदा नहीं है और युवाओं के पास बेहतर अवसरों की तलाश में पलायन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। एमएसपी की कानूनी गारंटी की हमारी मांग का उद्देश्य न केवल पंजाब में बल्कि पूरे भारत में स्वरोजगार सुनिश्चित करना है।’

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बीजेपी ने असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया

भारतीय जनता ने आप के सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया है और असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘अगर अवैध भारतीय अप्रवासी यूपी, गुजरात से पंजाब में उतर रहे हैं। इसमें क्या गलत है? उनका पंजाब में स्वागत किया जाएगा और फिर उन्हें उनके संबंधित राज्यों में भेज दिया जाएगा। पंजाब के सीएम भगवंत मान ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग का हिस्सा हैं जो हमेशा देश को विभाजित करने के बारे में सोचते हैं। उनके एजेंट पंजाब में काम कर रहे हैं और पंजाब में अवैध दुकानें चल रही हैं।’

लुधियाना के पूर्व बीजेपी जिला अध्यक्ष पुष्पिंदर सिंह ने बीजेपी के पंजाब विरोधी होने के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा, “आप ही पंजाब के हितों के खिलाफ काम कर रही है। यही कारण है कि वे दिल्ली में भी हार गए। मोदी सरकार ने हमेशा पंजाब और उसके लोगों को प्राथमिकता दी है। गुरु गोविंद सिंह जी के छोटे साहिबजादे की याद में ‘वीर बल दिवस’ जैसी पहल ने पंजाब के समृद्ध इतिहास को पूरे भारत में फैलाने में मदद की है। भाजपा ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने में भी मदद की, जो पंजाबियों के लिए एक और ऐतिहासिक कदम है।”

फ्लाइट विवाद को लेकर अलग-अलग तबकों से जताई चिंतां

फ्लाइट के विवाद को लेकर अलग-अलग तबकों से चिंता जताई गई है। लुधियाना के एक इमिग्रेशन कंसल्टेंट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चाहे जो भी दावा करें यहां के लोग सच को जानते हैं। इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता कि आप दिहाड़ी मजदूर हैं या छह अंकों का वेतन कमाते हैं। डिपोर्ट किए जाने वाले विमानों के लिए सिर्फ अमृतसर को चुना जाना हर किसी को परेशान करता है। लुधियाना के एक शख्स जसकीरत सिंह ने भी मामले पर निराशा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर निर्वासित विमान अमृतसर में उतरते रहे, तो यह संदेश जाएगा कि अवैध अप्रवासियों में पंजाबियों की संख्या सबसे ज़्यादा है, जो सच नहीं है। निर्वासित लोग पूरे भारत से हैं। विवाद से बचने के लिए राष्ट्रीय राजधानी को चुना जाना चाहिए था।

लुधियाना के एक फाइनेंसियल कंसल्टेंट ने कहा कि एक तरफ मोदी अमेरिका में पंजाबी एनआरआई को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ यहां पंजाबियों को बदनाम किया जा रहा है। किसान अपने अधिकारों की मांग करते हुए एक साल से ज्यादा समय से हाईवे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। क्या यही वजह है कि पंजाब को निशाना बनाया जा रहा है? अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को बेड़ियों में जकड़ कर भेजा गया भारत पढ़ें पूरी खबर…