पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार (25 अगस्त, 2019) को रिश्तेदारों, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं, सैकड़ों प्रशंसकों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ यहां निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। खबर है कि उनके अंतिम संस्कार में जेब कतरे भी पहुंचें। एनबीटी में छपी एक खबर के मुताबिक इन जेब कतरों ने कुछ लोगों की जेब भी काट ली। पूर्व वित्त मंत्री के अंतिम संस्कार के वक्त ये जेब कतरे आपस में लड़ते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने मामले में संज्ञान लेकर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। निगमबोध घाट उत्तरी दिल्ली के कश्मीरी गेट थाना क्षेत्र में आता है। हालांकि मामले कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा के वरिष्ठ नेता एल के आडवाणी, पार्टी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, हर्षवर्धन, प्रताप चंद्र सारंगी, प्रकाश जावड़ेकर, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कपिल सिब्बल, राकांपा नेता पी प्रफुल्ल पटेल और योग गुरु रामदेव निगमबोध घाट पर मौजूद रहे।

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जानना चाहिए कि 66 वर्षीय जेटली का शनिवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया था। उन्हें नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। गौरतलब है कि भारी बारिश की परवाह ना करते हुए लोग नेता के अंतिम दर्शन के लिए खड़े रहे। कुछ लोगों ने शवदाहगृह में बने टेंटों में पनाह ली लेकिन नीतीश कुमार, पीयूष गोयल, कैलाश विजयवर्गीय, प्रकाश चंद्र सारंगी और प्रकाश जावड़ेकर जैसे नेता पूरी तरह भीग गए। भाजपा में जेटली के साथ करीब से काम करने वाले नायडू इस मौके पर काफी भावुक नजर आए। वह पार्थिव शरीर के समीप काफी देर तक हाथ जोड़े खड़े रहे।

इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, देवेंद्र फड़णवीस, विजय रुपाणी, बी एस येदियुरप्पा, नीतीश कुमार, त्रिवेंद्र सिंह रावत और एम एल खट्टर भी मौजूद रहे। दूसरी तरफ विदेश यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेटली को भावुक श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह कल्पना नहीं कर सकते कि जब वह भारत से दूर बहरीन में है तब उनके ‘‘प्रिय मित्र’’ और पार्टी सहयोगी का नयी दिल्ली में निधन हो गया। (भाषा इनपुट)