पीएफआई के महासचिव रऊफ शरीफ को तिरुवनंतपुरम से पकड़ लिया गया है। दरअसल यूपी पुलिस को हाथरस मामले में शरीफ की तलाश थी। यही नहीं प्रवर्तन निदेशालय के अन्य मामले में भी शरीफ को ढूंढा जा रहा था। फिलहाल शरीफ से पूछताछ की जा रही है। रुऊफ शरीफ को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

मामले में शरीफ के खाते में विदेश से आए पैसों की जांच की जा रही है। जिसका इस्तेमाल असामाजिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।गौरतलब है कि वह एजेंसी द्वारा जांच के लिए नोटिस दिए जाने के बाद भी जांच से बच रहा था। इसी क्रम में आज उसे एयरपोर्ट पर धर लिया गया।

इससे पहले पीएफआई के खिलाफ जांच कर रही ईडी ने कई जगह छापेमारी की थी। यूपी समेत देश में 26 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। खास बात ये है कि इन ठिकानों से जांच एजेंसी को अहम दस्तावेज हासिल हुए।

बता दें कि दिल्ली में सीएए कानून को लेकर हिंसा में पीएफआई का नाम सामने आया था। यही नहीं हाथरस मामले में भी संगठन की सक्रियता पर जांच एजेंसियों को शक था। पुलिस द्वारा उस मामले को भी जांच का हिस्सा बनाया गया है जिसमें पीएफआई के लोग दिल्ली से हाथरस जा रहे थे और मथुरा में पकड़े गए थे।

उस समय पुलिस ने केरल के रहने वाले सिद्दीक कप्पन को पकड़ा था जो कि पीएफआई का सक्रिय सदस्य था। मामले में एजेंसियों को भीम आर्मी और पीएफआई के बीच आर्थिक रिश्तों की भी जानकारी मिली थी। इसी के चलते पुलिस को हाथरस में जातीय हिंसा फैलाने का शक हुआ था। मामले में पुलिस द्वारा अफवाह फैलाने और दुष्प्रचार करने का मामला दर्ज किया था।

इससे पहले भी यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय को पीएफआई पर पाबंदी लगाने के लिए सिफारिश की थी। यूपी सरकार का आरोप था कि संगठन हिंसा को बढ़ावा देने का काम करता है। सीएए और एनआरसी विरोध प्रदर्शनों में संगठन का हाथ था।