कन्नौज के इत्र कारोबारी के घर में आयकर, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के छापे में एक के बाद एक नए रहस्यों का पता चल रहा है। ताजी खबर यह है कि वह घर में पैसे छिपाकर रखने का आदती था। विभाग के अफसरों को जिधर शक हुआ, उधर ही हथौड़ा चलाया तो नोट ही नोट मिल रहे हैं। इस बीच अफसरों को उसके कन्नौज वाले घर में एक गुप्त तहखाने का पता चला है, जिसमें नोट और सोने-चांदी को छिपाकर रखा गया था।

अफसरों ने उसके घर के कोने-कोने की तलाशी ले ली, कोई भी ऐसी दीवार या छत नहीं मिली, जिसमें रुपए और सोने-चादीं न छिपाए गए हों। कानपुर वाले घर और कन्नौज वाले घर दोनों जगह यही हालत थी। उसने गुप्त लॉकरों, दीवारों में नगदी रख रखी थी। इससे यह तय था कि यह अपने सभी घरों में इसी तरह से पैसा छिपाकर रखता है। इसी के आधार पर जहां भी शक था। घर में वहां खुदाई की।

छापेमारी में कानपुर में इत्र व्यापारी के घर से अब तक लगभग 257 करोड़ रुपये नकद, 25 किलो सोना और 250 किलो चांदी बरामद की गई थी। अदालत के आदेश पर पीयूष जैन को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उसके वकील सुधीर मालवीय ने कोर्ट में 52 करोड़ रुपए टैक्स चोरी पर पेनाल्टी जमा करने के लिए प्रार्थना-पत्र दिया है। पहली जनवरी के बाद कोर्ट खुलने पर इस मामले में अगली सुनवाई होगी।

इस बीच भाजपा ने उसका संबंध समाजवादी पार्टी से होने की बात कही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को हरदोई की सभा में कहा कि कुछ दिन पहले आयकर विभाग ने छापा मारा तो भाई अखिलेश के पेट के अंदर मरोड़ होने लगा, कहने लगे कि राजनीतिक द्वेष के कारण छापा मारा गया है और आज उन्हें जवाब सूझ नहीं रहा है कि समाजवादी इत्र बनाने वाले के यहां से छापे (कन्नौज और कानपुर में इत्र व्यापारी के यहां छापा) में ढाई सौ करोड़ रुपये मिला है।

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने पीयूष जैन से किसी तरह के संबंध होने से इंकार करते हुए कहा कि वह तो भाजपा का ही आदमी है। गलती से उसके यहां अफसरों ने छापा मार दिया। यूपी के उन्नाव में समाजवादी रथ यात्रा शुरू होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में सपा प्रमुख ने कहा कि व्यापारी के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई भाजपा नेताओं के नाम सामने आएंगे जो उनके संपर्क में थे।