कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस ने रविवार को कहा कि लोग कश्मीर में उसकी रैलियों में पाकिस्तान के झंडे फहराते रहेंगे। इसने पड़ोसी देश को ‘शुभचिंतक’ करार दिया। कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी ने यहां अपने आवास पर एक समारोह में कहा, ‘पाकिस्तानी झंडे फहराए गए हैं (कश्मीर में) और इंशाअल्लाह भविष्य में भी फहराए जाएंगे क्योंकि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी और शुभचिंतक है।’

इस वर्ष 15 अप्रैल से कश्मीर में कई अलगाववादी रैलियों में पाकिस्तानी झंडे फहराए गए। इस पर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की। पहली घटना 15 अप्रैल को हुई जब दिल्ली से लौटने पर गिलानी के स्वागत में हुर्रियत की तरफ से आयोजित रैली में पाकिस्तानी झंडे फहराए गए। राज्य सरकार ने इसके जवाब में मसर्रत आलम को गिरफ्तार कर लिया और उस पर लोक सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया। गिलानी ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने भारत का बुरा नहीं चाहा बल्कि ‘देश को अपना ईश्वर बना लिया।’

दूसरी ओर नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की आलोचना करते हुए कहा पर कि वह भाजपा नेताओं के उत्तेजक और कट्टरपंथी बयानों पर ‘चुप’ रहते हैं। साथ ही पार्टी ने भगवा दल पर आरोप लगाया कि उसका प्रशासन से परे कुछ और ही एजंडा है। नेशनल कांफ्रेंस ने सत्तारूढ़ पीडीपी पर आरोप लगाया कि भाजपा उसकी खाल में छुपकर राज्य में घुस आई है और कहा कि यह राज्य के राजनीतिक हितों व कल्याण के लिए ठीक नहीं है।

नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने भड़काऊ और कट्टरपंथी भाषण देने के लिए भाजपा की आलोचना की और इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों का अपमान बताया। सागर ने कहा, ‘अफ्सपा, अनुच्छेद 370 और हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ वार्ता जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और प्रवक्ताओं के बयान सांप्रदायिकता से परिपूर्ण हैं और अपमानजनक हैं।’

उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने विधानसभा चुनावों के दौरान पीडीपी के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बहुप्रतीक्षित एजंडा को दफन कर देने का बहाना किया लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने हाल में कहा कि भाजपा अनुच्छेद 370 को खत्म करने को प्रतिबद्ध है।’

पाक का झंडा लहराने को जघन्य अपराध बनाया जाए: शिवसेना

शिवसेना ने सरकार से मांग की कि अलगाववादियों द्वारा ‘पाकिस्तान का झंडा लहराने और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने’ को हत्या के बराबर जघन्य अपराध घोषित किया जाए और साथ ही इस तरह के कृत्य के लिए और कड़ी सजा देने के लिए कानून बनाया जाए।

शिवसैनिकों ने कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा पाकिस्तान के झंडे लहराने और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के खिलाफ अपने नेता डिंपी कोहली के नेतृत्व में श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के दूसरे इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया। पाकिस्तान एवं अलगाववाद विरोधी नारेबाजी के बीच उन्होंने अलगाववादियों के पुतले भी जलाएं।

कोहली ने कहा कि पाकिस्तानी झंडे लहराना और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाना कश्मीर में रोजमर्रा की चीज हो गयी है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘वे भूल रहे हैं कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक है और इस जमीन पर कोई राष्ट्रविरोधी काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’

कोहली ने कहा, ‘‘हम सांसदों से इस तरह की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाने की अपील करते हैं। इसे हत्या के बराबर एक जघन्य अपराध के तौर पर देखा जाना चाहिए और इस तरह के कामों के लिए मौत की सजा मिलनी चाहिए।’’