दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यहां शामिल हुए प्रतिभागियों को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सहजता से मिलने का मौका मिला। इस अवसर का फायदा उठाते हुए उन्होंने मोदी के साथ जम कर सेल्फी खिंचवाई। प्रधानमंत्री ने ‘दिव्यांगों’ के साथ थोड़ी देर बातचीत की। योग दिवस पर हुए कार्यक्रम में 30 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री इन सब के केंद्र में रहे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर करीब 25 मिनट तक सभा को संबोधित करने के बाद मोदी मंच से नीचे उतर गए। प्रतिभागियों के साथ आसन करने से पहले वह सीधे ‘दिव्यांगों’, युवाओं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों से मिलने पहुंचे। मोदी ने शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के लिए ‘दिव्यांग’ नाम दिया है।
मुख्य आयोजन स्थल कैपिटल कांप्लेक्स में 150 दिव्यांगों ने पहली बार योग आसन किया। इस दौरान उनकी मदद की गई। प्रधानमंत्री ने मोहाली के पैराप्लेजिक रिहेबिलेटशन सेंटर (पीआरसी) में रहने वाले लोगों से भी बात की, जो वहां वीलचेयर पर आसन कर रहे थे। इस तरह के 16 लोगों का समूह योग दिवस समारोह में हिस्सा लेने यहां आया था। समूह में कई ऐसे सेनाकर्मी भी थे, जो विभिन्न अभियानों में घायल होने के बाद लकवाग्रस्त हो गए। इसके बाद मोदी ने आसन कर रहे लोगों का घूम कर
जायजा लिया और फिर चटाई पर बैठ कर उनके साथ योग करने लगे।
प्रधानमंत्री इसके बाद ‘कॉमन योग प्रोटोकॉल’ के सामूहिक प्रदर्शन में शामिल हुए। सफेद रंग की टीशर्ट और ट्रैक पैंट पहने मोदी अति विशिष्ट लोगों की अगली पंक्ति में नहीं बैठे, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला, अंबाला के सांसद आरएल कटारिया और कालका की विधायक लतिका शर्मा आसन कर रही थीं। मोदी इसकी बजाय पीछे की एक पंक्ति में दूसरे प्रतिभागियों के बीच चटाई पर बैठे। प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 25 मिनट तक आसन किया।
आखिर में प्रधानमंत्री प्रतिभागियों से खुल कर मिले और उनके साथ खूब सेल्फी खिंचवाई। इस मौके पर आयुष मंत्रालय के सचिव अजित मोहन शरण और हरियाणा के कई आला अफसर, केंद्रीय मंत्री विजय सांपला और चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन ने भी योगासन किए। वहीं पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक कप्तान सिंह सोलंकी, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक मंच पर बैठे थे।