दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सहयोगी और ईडी के अधिकारी भी पेगासस स्पाईवेयर के निशाने पर थे। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पेगासस कांड की न्यायिक जांच कराने का आदेश दिया है। उधर,. कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम बोले- हमारी सरकार इकलौती, जिसे इस जासूसी कांड की फिक्र नहीं है।
द वायर के मुताबिक-. ईडी के अधिकारी राजेश्वर सिंह के दो फोन नंबर और उनके परिवार की तीन महिलाओं के नंबर फ्रांस की संस्था फॉरबिडन के डेटाबेस पर मिले हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक के रूप में काम कर चुके पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी वीके जैन भी पेगासस के निशाने पर थे। लीक हुए रिकॉर्ड में पीएमओ और नीति आयोग में काम करने वाले कम से कम एक-एक अधिकारी के नंबर भी इसमें मिले हैं।
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आरोप लगाया कि भारत सरकार दुनिया की इकलौती ऐसी सरकार है जिसे पेगासस जासूसी मामले पर कोई फिक्र नहीं है। पूर्व वित्त मंत्री ने चिदंबरम ने ट्वीट किया- फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने इज़रायल के प्रधानमंत्री बेनेट को फोन किया और फ्रांस में फोन हैक करने के लिए पेगासस स्पाइवेयर के कथित इस्तेमाल के बारे में पूरी जानकारी की मांग की। इसमें राष्ट्रपति का फोन भी शामिल है।
#BREAKING : पेगासस जासूसी : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने ज्यूडिशियल जांच के आदेश दिए #MamataBanerjee #PegasusSnoopgate pic.twitter.com/tk0nLnsCr2
— News24 (@news24tvchannel) July 26, 2021
उन्होंने आरोप लगाया कि एकमात्र सरकार जिसे कोई फिक्र नहीं है वह भारत सरकार है! क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार जासूसी के बारे में पूरी तरह से अवगत थी और उसे इज़राइल या एनएसओ समूह से किसी और जानकारी की आवश्यकता नहीं है? उनका कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से ये नहीं कहा गया है कि उसने पेगासस की खरीद की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये स्पाईवेयर सिर्फ सरकारों को ही बेचा जा सकता था।
गौरतलब है कि पिछले रविवार को कुछ मीडिया संगठनों के अंतरराष्ट्रीय समूह ने कहा था कि भारत में पेगासस स्पाइवेयर के जरिए 300 से अधिक मोबाइल नंबरों की निगरानी की गई। इसमें दो मंत्री, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं के नंबर भी थे। सरकार इस मामले में विपक्ष के आरोपों को खारिज करती रही है।