मानसून सत्र का आगाज जोरदार हंगामे के साथ हुआ था और अब स्थितियां और तनावपूर्ण होती जा रही हैं। गुरुवार को TMC सांसद शांतनु सेन ने नए संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से कॉपी छीनकर, कॉपी फाड़ दी। जिस पर सियासी संग्राम भी शुरू हो गया है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार अब टीएमसी सांसद के खिलाफ विशेषाधिकारी प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्यसभा में पेगासस जासूसी विवाद पर सरकार का बयान पेश करने के लिए IT मंत्री अश्विनी वैष्णव खड़े हुए तो विपक्ष के सांसद वहां पहुंच गए, उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। मंत्री के बयान की कॉपी फाड़ कर उसके टुकड़े हवा में फेंके गए।
TMC सांसद के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव ला सकती है सरकार: सूत्रों के जरिए जानकारी मिली है IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के साथ दुर्व्यवहार करने वाले टीएमसी सांसदों के खिलाफ सरकार विशेषाधिकारी प्रस्ताव लाएगी। केंद्र सरकार उपसभापति से शांतनु सेन को निलंबित करने की अपील करेगी।
Government to bring privilege motion against TMC MPs who misbehaved with IT Minister Ashwini Vaishnaw while he was reading the statement on ‘Pegasus Project’ report in Rajya Sabha: Sources
— ANI (@ANI) July 22, 2021
हाथ से छीन फाड़ दिया बयान: दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव का नाम पुकारा। इसी समय, TMC और कुछ विपक्षी दल के सदस्य सभापति के आसन के करीब आ गए। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी और मंत्री के बयान की कॉपी फाड़ कर उसके टुकड़े हवा में लहरा दिए। केंद्रीय मंत्री वैष्णव हंगामे और शोरगुल के कारण अपना बयान पूरा नहीं पढ़ सके। लिहाजा उन्होंने इसे सदन के पटल पर रख दिया।
राज्यसभा स्थगित: उपसभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से असंसदीय व्यवहार ना करने की अपील की लेकिन जब उनकी एक ना सुनी गई तो उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले भी विपक्षी दलों ने विभिन्न मुद्दों पर सदन में हंगामा किया था। इसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों ने पेगासस जासूसी विवाद सहित कुछ अन्य मुद्दों पर सदन में नारेबाजी की।
BJP ने साधा निशाना: सदन के स्थगन के बाद इस मामले को लेकर बीजेपी सांसद और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस और टीएमसी को घेरते हुए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष, खास तौर पर टीएमसी और कांग्रेस सदस्य, राजनीतिक विरोध करने में इतने नीचे गिर गए हैं कि अब देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं। आज एक मंत्री के हाथ से बयान की कॉपी छीन ली गई जब वह बयान दे रहे थे।
The Opposition especially members of TMC & Congress will stoop so low as to while being political opponents, they’ll do things to damage country’s reputation. Today in the House one of the members snatched papers from the Minister who was making statement: MoS MEA Meenakshi Lekhi pic.twitter.com/UIJwewGa8Q
— ANI (@ANI) July 22, 2021
आरजेडी का बयान: वहीं आरजेडी ने विपक्ष का समर्थन करते हुए कहा कि कागज छीना गया था फाड़ा नहीं गया था। आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि मिनिस्टर के हाथ से कागज़ छीना गया था, फाड़ा नहीं गया, जिसके बाद एक वरिष्ठ मंत्री का जो व्यवहार था वो आज तक संसद में नहीं हुआ। सब स्तब्ध थे जिस तरह के शब्द मंत्री ने कहे।
मिनिस्टर के हाथ से कागज़ छीना गया था, फाड़ा नहीं गया, जिसके बाद एक वरिष्ठ मंत्री का जो व्यवहार था वो आज तक संसद में नहीं हुआ। सब स्तब्ध थे जिस तरह के शब्द मंत्रीजी ने कहे: राज्यसभा सांसद और RJD नेता मनोज झा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से सांसद शांतनु सेन द्वारा पेपर छीनने पर pic.twitter.com/BEPK2D17MF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
अपने बयान में वैष्णव ने कहा: IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में अपने बयान में कहा कि 18 जुलाई को एक वेब पोर्टल पर बेहद सनसनीखेज स्टोरी प्रकाशित की जाती है। इस स्टोरी के ईर्द-गिर्द गंभीर आरोप लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र से ठीक पहले इस स्टोरी का प्रकाशित होना मात्र संय़ोग नहीं माना जा सकता है। इससे पहले भी व्हाट्सएप पर पेगासस के इस्तेमाल को लेकर इसी तरह के दावे किए गए थे। लेकिन उस रिपोर्ट का कोई तथ्यात्मक रिकॉर्ड नहीं था और उसे सभी पार्टियों और खारिज कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को छपी मीडिया रिपोर्ट भारतीय लोकतंत्र और उसके सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने की एक साजिश लगती है।