जम्मू-कश्मीर में अपनी साझेदार भाजपा के साथ नयी सरकार गठित करने के मुद्दे पर अटकलबाजी की स्थिति बरकरार रखते हुए पीडीपी ने शुक्रवार को कहा कि वह इस संदर्भ में कोई समयसीमा तय नहीं कर सकती। पार्टी संरक्षक एवं 10 महीने से गठबंधन सरकार का नेतृत्व करते आ रहे मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद से पीडीपी ने अब तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है हालांकि लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि कई मुद्दों को लेकर वह भाजपा के साथ नाखुश है। जो मुद्दे पीडीपी नेतृत्व को अखर रहे हैं उनमें सात जनवरी को दिल्ली में निधन के समय सईद को उचित सम्मान नहीं दिए जाने से लेकर राज्य को केंद्र से धन मिलने में कमी तक मुद्दे शामिल हैं। राज्य में फिलहाल राज्यपाल शासन है।
पीडीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नईम अख्तर ने अगली सरकार के गठन में लगने वाले समय के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता।’’ सईद के गृह कस्बे बिजबेहरा में पीडीपी की ओर से आयोजित ‘फातेहा ख्वानी’ (विशेष प्रार्थना) के बाद अख्तर ने कहा कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सरकार गठन के मुद्दे पर अभी पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ बातचीत शुरू नहीं की है।
पीडीपी नेता ने कहा, ‘‘महबूबा ने अभी मुजफ्फर हुसैन बेग, दिलवर मीर और तथा दूसरे वरिष्ठ नेताओं से अभी मुलाकात नहीं की है। उनके विचार-विमर्श कर लेने के बाद आगे के कदम के बारे में ऐलान किया जाएगा।’’ उधर, विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस ने पीडीपी पर तंज कसते हुए कहा कि वह भाजपा के साथ अपना ‘अवसरवादी गठबंधन’ तोड़े और राज्य में नया चुनाव कराए।