Opposition Submits No-Confidence Motion Against RS Speaker Jagdeep Dhankhar: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के जोरदार हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सही से नहीं चल पा रही है। इसी बीच, इंडिया अलायंस ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। इस बात की जानकारी कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर दी है। मंगलवार को फिर से राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में करीब 70 सांसदों ने साइन किए हैं। इसमें कांग्रेस, बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, तमिलनाडु की डीएमके और लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य शामिल हैं। हालांकि, इस दौरान विपक्ष को तृणमूल कांग्रेस का साथ नहीं मिला। ममता बनर्जी की पार्टी ने सदन वॉकआउट किया।
राज्यसभा में संख्या बल को देखते हुए इस प्रस्ताव के गिर जाने की संभावना है, लेकिन विपक्ष ने अगस्त के महीने में भी धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार किया था। वह यह साबित करना चाहता है कि पीठासीन अधिकारी ने उसे सदन में बोलने का मौका ही नहीं दिया।
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संसद में लगातार हंगामा
धनखड़ लगातार विपक्षी गठबंधन के नेताओं को राज्यसभा में उनके आचरण और लगातार हंगामे के साथ सदन को चलने नहीं देने के लिए फटकार लगाते रहे हैं। इस बीच, मंगलवार को कई विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में अडानी मुद्दे पर प्रदर्शन किया। वे काले रंग के बैग लेकर आए, जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरबपति गौतम अडानी के कार्टून छपे थे और उनके आगे की तरफ ‘मोदी अडानी भाई भाई’ लिखा था। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सदन नहीं चल रहा है और सरकार जानबूझकर सदन नहीं चला रही है या वे ऐसा करने में असमर्थ हैं। यह उनकी रणनीति है। वे अडानी पर चर्चा से डरते हैं। मैं संसद में नई हूं और यह अजीब है कि पीएम यहां नहीं आए हैं, इस सत्र के 10 दिन हो गए हैं।’
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वहीं, लोकसभा में हंगामे के चलते स्पीकर ओम बिरला ने सरकार और विपक्ष दोनों से काम करने का आग्रह किया और कहा, ‘संसद एक पवित्र जगह है और इसकी बहुत गरिमा, प्रतिष्ठा और शिष्टाचार है। हमने यहीं स्वतंत्रता हासिल की। सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की परंपरा रही है। मैं आपसे गरिमा बनाए रखने का आग्रह करता हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं संसद परिसर में कुछ खास तरह के नारे, पोस्टर और मुखौटे का इस्तेमाल होते देख रहा हूं। ये न केवल अशोभनीय हैं बल्कि संसदीय प्रक्रिया और परंपरा के भी खिलाफ हैं। जगदीप धनखड़ ने दिया शिवराज सिंह चौहान को नया नाम, तारीफों के बांधे पुल पढ़ें पूरी खबर…