प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बावजूद सोमवार को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के 9 सांसद उपस्थित नहीं हुए। भाजपा ने इसको गंभीरता से लेते हुए फैसला किया है कि अब सांसदों के आने और जाने के समय को देखकर लिस्ट तैयार होगी। सदन में 14 प्रश्नों को पूरक के रूप में नहीं लिया गया क्योंकि जिन सदस्यों के लिए प्रश्न सूचीबद्ध किए गए थे, वे अनुपस्थित थे, उनमें भाजपा के नौ सदस्य भी शामिल थे।

ये सूचीबद्ध प्रश्न वित्त, शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता, पर्यटन, संस्कृति और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन सहित नौ विभागों से संबंधित थे। इतने सदस्यों की गैरमौजूदगी के कारण स्पीकर ने 11.45 से पहले मौखिक उत्तरों के लिए सूचीबद्ध 20 प्रश्नों को लिया। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने सदन के वेल में विरोध किया, जिसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद से कई भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति पर कड़ी आपत्ति जता चुके हैं। पार्लियामेंट्री पार्टी मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सभी सांसदों को दो-टूक नसीहत दी थी। सदन से गायब रहने वाले सांसदों से उन्होंने कहा था कि आप खुद को बदलिए नहीं तो हम बदलाव करेंगे।

सोमवार को लोकसभा में भाजपा के व्हिप चीफ राकेश सिंह, जो खुद अपना प्रश्न लेने के लिए मौजूद नहीं थे, उन्होंने कहा कि पार्टी ने सांसदों की गैरमौजूदगी के मामले को गंभीरता से लिया है। राकेश सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ”किसी महत्वपूर्ण विधेयक के रखे जाने पर सदस्य आते हैं और सदन में उपस्थित रहते हैं। लेकिन यह सच है कि सदस्यों को सदन में पूरे समय उपस्थित रहना चाहिए क्योंकि लोगों ने उन्हें उसके लिए चुना है।”

राकेश सिंह ने कहा, ”उन्हें सदन में नियमित रूप से होना चाहिए, खासकर तब जब प्रधानमंत्री ने हमें पूरे लगन से सदन में उपस्थित होने की सलाह दी हो। हम इस पर नजर रख रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री और मैं इसका हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं।”

राकेश सिंह ने कहा कि वह सदन में थे, लेकिन उनका नाम पुकारे जाने से ठीक पहले किसी काम के लिए बाहर निकल गए थे। राकेश सिंह ने कहा, ”मैं तुरंत वापस गया लेकिन तब तक मेरा नबंर निकल चुका था। मैंने स्पीकर से अनुरोध किया, लेकिन ऐसा चलन है कि स्पीकर द्वारा नाम लिए जाने पर वह चूक गया, तो उसे मौका नहीं मिलता है। मैं इस सत्र में किसी भी दिन गैरहाजिर नहीं रहा हूं।”