संसद में आज ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा की जा रही है। सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अनुराग ठाकुर ने सरकार का पक्ष रखा था। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था। मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार का पक्ष रखा। वहीं, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से इस मुद्दे पर सवाल किए। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने कुछ ऐसा कह दिया जिस पर उन्हें माफी मांगनी पड़ी।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर राज्यसभा में विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सीजफायर की घोषणा भारत ने नहीं बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की। उन्होंने कहा कि अब तक ट्रंप 29 बार ऐसा दावा कर चुके हैं कि उन्होंने व्यापार का इस्तेमाल कर दोनों देशों के बीच संघर्षविराम कराया।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को इस संबंध में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत किसी दबाव में सीजफायर के लिए तैयार हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि किन शर्तों पर सीजफायर हुआ और क्या अमेरिका ने हस्तक्षेप किया।

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नड्डा ने खड़गे से मांगी माफी

राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा, “वह (राज्यसभा नेता मल्लिकार्जुन खड़गे) बहुत वरिष्ठ नेता हैं लेकिन जिस तरह से उन्होंने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की। मैं उनका दर्द समझ सकता हूं। वह प्रधानमंत्री मोदी 11 साल से वहां हैं। वह दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।” हालांकि, बाद में माफी मांगते हुए नड्डा ने कहा, “हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं। मैंने अपने शब्द वापस ले लिए हैं। अगर आपको ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं लेकिन आप भी भावनाओं में बह गए थे। आप इतने भटक गए थे कि आपको प्रधानमंत्री की गरिमा का भी ध्यान नहीं रहा, यह दुखद है।”

पीएम मोदी पर क्या बोले थे मल्लिकार्जुन खड़गे

सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल नहीं होने पर भी मल्लिकार्जुन खड़गे ने आपत्ति की और कहा कि वह बैठक में नहीं आए और चुनाव प्रचार करने बिहार चले गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में होना चाहिए था और उन्हें विपक्ष की बात सुननी चाहिए थी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री की 2015 की उस पाकिस्तान यात्रा पर तंज कसा जो पूर्व निर्धारित नहीं थी। उन्होंने कहा, “आप पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई की बात कर रहे हैं लेकिन हमें यह भी याद है कि आप अचानक बिना किसी पूर्व घोषणा के लाहौर पहुंच गए थे।” पढ़ें- पीएम मोदी ने बताया 9 मई की रात क्या हुआ था?

(भाषा के इनपुट के साथ)