रविवार (28 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। कांग्रेस, टीएमसी, आप सहित 19 विपक्षी दलों ने बुधवार को कहा कि वे उद्घाटन का बहिष्कार करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  को नहीं बुलाए जाने को लेकर सवाल उठाए हैं। इससे पहले भी उन्होने ट्वीट कर कहा था कि उद्घाटन प्रधानमंत्री नहीं बल्कि राष्ट्रपति से करवाया जाना चाहिए।

देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है : Rahul Gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी पार्टियों की ओर से बहिष्कार के ऐलान के बाद ट्वीट करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन न करवाना और न ही उन्हें समारोह में बुलाना – यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है। संसद अहंकार की ईंटों से नहीं, संवैधानिक मूल्यों से बनती है”

इससे पहले भी कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर लिखा था, “नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!”

असदुद्दीन ओवैसी क्या बोले

AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करेंगे तो वह इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगे। उन्होने कहा कि राष्ट्रपति से भी उद्घाटन करवाने की बात करना एक गलत ट्रेंड है। यह अधिकार सिर्फ लोकसभा स्पीकर को होना चाहिए। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनसे विपक्षी दलों ने बहिष्कार की योजना को लेकर संपर्क नहीं किया है।

कांग्रेस सहित 19 दलों ने बनाई दूरी

नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। जहां कांग्रेस ने नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं करवाए जाने को संविधान का अपमान बताया है वहीं अब कांग्रेस सहित 19 दलों ने उद्घाटन से दूरी भी बना ली है। कांग्रेस पार्टी सहित देश के 19 विपक्षी दलों ने नई संसद के उद्घाटन का बायकॉट करने का ऐलान किया है। 19 दलों द्वारा जारी किए गए ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा गया है कि जब लोकतंत्र की आत्मा को संसद से चूस लिया गया है तो हमें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता।