लोकसभा में आज भी ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले पर कांग्रेस और वामदलों के सदस्यों ने पोस्टर, तख्तियां लिये अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी की। लेकिन विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बावजूद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही चलायी।
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कांग्र्रेस, वाम दल एवं कुछ अन्य सदस्यों के कार्यस्थगन के नोटिस को अस्वीकार कर दिया और अन्य अवसर पर उठाने को कहा।
इस पर कांग्रेस, वामदलों के सदस्य आसन के समीप आकर व्यापमं, ललित मोदी प्रकरण का विषय और जदयू, सपा, राजद सदस्य जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित करने की मांग करने लगे।
कांग्रेस एवं वामदलों के सदस्य प्रधानमंत्री से जवाब देने और भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं के इस्तीफे की मांग करने लगे। कांग्रेस सदस्य ‘ बड़े मोदी मेहरबान, तब छोटे मोदी पहलवान’, ‘प्रधानमंत्री चुप्पी तोडो’ के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस सदस्यों के पोस्टर में शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए व्यापमं में कथित 48 मौतों का जिक्र किया गया था।
अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया लेकिन विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा।
सपा के धर्मे्रद यादव, राजद के जयप्रकाश नारायण यादव, जदयू के कौशलेन््रद कुमार पोस्टर लेकर जाति गणना के आंकड़े प्रकाशित करने की मांग कर रहे थे। वाईएसआर सदस्य आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग करते हुए अपने स्थान पर पोस्टर लिये खड़े थे।
शोर शराबे के बीच ही प्रश्नकाल चली, सदस्यों ने सवाल पूछे और संबंधित मंत्रियों ने इनके जवाब दिये।
कांग्रेस के 25 सदस्यों का निलंबन शुक्रवार की शाम को समाप्त होने के बाद कल इनके सदन में वापस आने पर हंगामे के कारण कोई खास कामकाज नहीं हो सका था। पिछले सप्ताह कांग्रेस सदस्यों के निलंबन के विरोध में कई विपक्षी दलों ने सदन का बहिष्कार किया था।