Smriti Irani in Parliament: लोकसभा में उन्नाव कांड मामले पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के कुछ सदस्यों के साथ केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति की तीखी नोकझोंक हो गई। इसके बाद ईरानी ने कहा कि वह इस घटना ‘‘स्तब्ध’’ हैं और अब देखना है कि विपक्ष उन्हें महिला के पक्ष में बोलने की क्या सजा देता है। लोकसभा के घटनाक्रम पर स्मृति ईरानी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘बांह चढ़ाकर मारने की भावमुद्रा के साथ एक पुरुष सांसद मेरी तरफ आए, जिसके बाद एक युवा सांसद ने कहा कि मैं बोली ही क्यों… मैं इससे स्तब्ध हूं।’’

क्या बोलीं स्मृति ईरानी: उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा की कार्यकर्ता हूं कि मैं देखना चाहूंगी कि सदन में सोमवार को महिला के पक्ष में बोलने की विपक्ष मुझे और क्या सजा देने वाला है।’’ यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के दो सांसदों को माफी मांगनी चाहिए या उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए तो स्मृति ने कहा, ‘‘संसद में खड़ा होकर मैं मारूंगा का पोज लेता है, बांह चढ़ाकर मारने के लिए आता है तो उसके खिलाफ क्या करना चाहिए?’’

क्या है मामला: गौरतलब है कि उन्नाव कांड की चर्चा के दौरान शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस के कुछ सदस्यों और स्मृति ईरानी के बीच तीखी नोंकझोक हो गई। सरकार ने कांग्रेस सदस्यों के ‘‘धमकी भरे लहजे’’ पर गहरी आपत्ति व्यक्त करते हुए दो सदस्यों टी एन प्रतापन एवं डीन कुरियाकोस के माफी मांगने की मांग की। इस दौरान हैदराबाद एनकाउंटर का भी जिक्र किया गया।

कैसे शुरू हुई बहस: लोकसभा में इस नोकझोंक की शुरुआत उस वक्त हुई जब शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता अधीररंजन चौधरी ने उन्नाव की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हम एक तरफ राम मंदिर बनाने वाले हैं दूसरी तरफ देश में ‘सीताएं जलाई जा रही हैं । इस पर पलटवार करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसके बाद हैदराबाद पुलिस द्वारा शुक्रवार (6 दिसंबर) को किए गए एनकाउंटर का जिक्र भी किया गया।