पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में अब बेहद कम समय रह गया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एक दिन पहले ही भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया था कि टीएमसी के 41 विधायक भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। तृणमूल के नेता लगातार इन दावों को झूठा करार दे रहे हैं। एक टीवी डिबेट के दौरान भी पार्टी नेताओं ने यही बात दोहराते हुए ममता बनर्जी को भारत की सबसे मजबूत नेता करार दे दिया। हालांकि, इस पर एंकर ने ही टीएमसी नेता पर तंज कस दिया।
विधायकों की टूट पर क्या कहा था टीएमसी नेता ने?: तृणमूल कांग्रेस के नेता मोहम्मद एहतेशाम-उल-हक ने कहा कि ममता बनर्जी को कोई भी खतरा नहीं है। हक ने कहा कि ममता ने जब पार्टी का गठन किया था, तब उसका नाम दिया था टीएमसी। टी यानी टेंपल (मंदिर), एम यानी मॉस्क (मस्जिद) और सी यानी चर्च (गिरजाघर)। जिस पार्टी को इतनी दुआएं मिलेंगी, उस पर कोई खतरा नहीं है।
तृणमूल नेता आगे कहा, “जो लोग जा रहे हैं, जिनको लग रहा है कि उन्हें टिकट नहीं मिल रहे। उनके जाने से ममता जी को फर्क नहीं पड़ता। ममता बनर्जी हिंदुस्तान में सबसे मजबूत नेत्री हैं। हालांकि, इस पर एंकर ऐश्वर्य कपूर ने तंज कसते हुए कहा कि ये कैसी मजबूती है कि सब छोड़कर जा रहे हैं।
टीएमसी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं कई विधायक: 19 दिसंबर को TMC छोड़ चुके और ममता के खास रहे पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 MLA ने भी भाजपा ज्वाइन की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल कांग्रेस के ही थे। इससे पहले तापसी मंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, श्यांपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बानाश्री मैती ने पिछले महीने भाजपा ज्वाइन की थी।