पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ चुका है। इस तनाव के बीच उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से मुलाकात की है। पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला के बीच यह मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली। बताया जा रहा है पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद पैदा हुई सुरक्षा स्थिति सहित कई मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच विस्तार से चर्चा हुई।
केंद्र सरकार दे चुकी है संकेत
जम्मू कश्मीर में बीते कुछ महीनो में सुरक्षा को लेकर चुनौतियां बढ़ती गई है और केंद्र सरकार भी आतंकवाद और उसके पनाहगारों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकेत दे चुकी है। इससे पहले आज दोपहर में ही जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की थी। उन्होंने साफ कहा था कि इस हमले में जो शामिल थे वह मुसलमान नहीं बल्कि शैतान थे।
सिंधु जल समझौते को लेकर हुई चर्चा?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया। इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि हम कभी भी इस समझौते के पक्ष में नहीं थे और इससे जम्मू कश्मीर का हक छीना जा रहा था। माना जा रहा है सिंधु जल समझौते को लेकर भी पीएम मोदी से उमर अब्दुल्ला की चर्चा हुई होगी।
फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया है कि आतंकवाद के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी। फारूक अब्दुल्ला ने आज कहा, “हम सब उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने आतंकवाद के कारण कष्ट झेले हैं। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, सबका बदला लिया जाएगा। अब गड्ढा भर गया है। हमें अब इसे (आतंकवाद को) जड़ से उखाड़ फेंकना है। हम इसे 35 सालों से देख रहे हैं। लेकिन वे कभी नहीं जीते, वे कभी नहीं जीतेंगे।”
फारूक अब्दुल्ला ने सिंधु जल समझौता को लेकर भी बड़ा बयान दिया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज जम्मू में पानी की सबसे अधिक कमी है और हमने कोशिश भी की थी कि चेनाब से पानी उनके लिए जाए लेकिन विश्व बैंक ने हमारी मदद नहीं की। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज हमारे पास मौका है कि हम जम्मू के लिए पानी लेकर आए हम भी तो हकदार हैं। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे पास बहुत कम बिजली है और हम यहां से अच्छी संख्या में बिजली पैदा कर सकते हैं।