भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने आज कहा कि समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने वाले सैनिकों समेत पूर्व-सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) योजना को लागू करने की केंद्र की घोषणा ‘और कुछ नहीं बल्कि सेवानिवृत्त सशस्त्र बल के जवानों की जीत है।’
भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा, ‘‘यह अपेक्षाकृत बेहतर बात है कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कहा कि ओआरओपी उन लोगों के लिए भी लागू होगा जो समय से पूर्व सेवानिवृत्त होते हैं। यह एक मुख्य समस्या थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अंतत: यह सेवानिवृत्त कर्मचारियों की और न्यायोचित पेंशन के लिए लड़ने वाले लोगों की जीत है।’’
पार्टी ने केंद्र से यह मांग भी की कि अगर पूर्व-सैनिकों की मांग के अनुरूप दो साल में पेंशन की समीक्षा नहीं की जाती तो हर तीन साल में की जानी चाहिए। सरकार ने हर पांच साल पर पेंशन की समीक्षा की घोषणा की है।