लोकसभा के 33 विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। ये कार्रवाई स्पीकर ओम बिरला ने की है। लोकसभा से आज जिन 33 सासंदों को निलंबित किया गया है, उनमें के. जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक शामिल हैं। ये तीनों सांसद लोकसभा की कार्यवाही के दौरान स्पीकर के पोडियम पर चढ़कर नारे लगा रहे थे। इन तीनों सांसदों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया है।

अमित शाह के जवाब की मांग कर रहे विपक्षी सांसद

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के प्रस्ताव पर ये सभी सांसद निलंबित किये गए हैं। ये सांसद लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक को लेकर केंद्र सरकार को घेर रहे थे और गृह मंत्री अमित शाह से जवाब की मांग कर रहे थे।

इससे पहले भी लोकसभा से 13 और राज्यसभा से 1 सांसद को निलंबित किया जा चुका है। इस हिसाब से अब निलंबित सांसदों की कुल संख्या 47 पहुंच गई है। निलंबित सांसदों में लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी, डीएमके सांसद टीआर बालू, दयानिधि मारन और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय शामिल हैं।

कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर निशाना साधा उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री ने लोकसभा में 13 दिसंबर को हुए गंभीर सुरक्षा उल्लंघन पर एक प्रमुख अखबार से बात की। गृह मंत्री ने सुरक्षा उल्लंघन पर एक टीवी चैनल से बात की। संसद सत्र चल रहा है। इंडिया गठबंधन की पार्टियां गृह मंत्री से घटनाओं पर दोनों सदनों में बयान की मांग कर रही हैं। यह एक सरल, सीधी और वैध मांग है। लेकिन गृह मंत्री एक बयान देने से इनकार करते हैं जो उनका कर्तव्य और जिम्मेदारी है। यही कारण है कि संसद बार-बार स्थगित हो रही है।”

लोकसभा से विपक्षी सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, “विपक्ष ने आज अभद्र व्यवहार किया। विपक्ष असुरक्षित महसूस कर रहा है क्योंकि उनके पास पीएम मोदी की सरकार के खिलाफ कोई एजेंडा या मुद्दा नहीं है। अध्यक्ष ने उन्हें निलंबित कर दिया है और हमने इसका समर्थन किया है।”