भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे कदम गरीबों के हित में हैं, लेकिन विपक्षी पार्टियां सरकार को ये क्रांतिकारी उपाय अमल में लाने नहीं दे रहीं क्योंकि वे गरीबी के मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं।

माधव ने कहा कि कुछ मजबूरियों के कारण सरकार को भूमि अधिग्रहण विधेयक में कुछ बदलाव करने पड़े, लेकिन वह गरीबों की मदद करने के लिए कटिबद्ध है।

भाजपा महासचिव ने कहा, ‘‘आज हम जिस तरह का कानून लाना चाह रहे हैं, चाहे यह जीएसटी विधेयक हो या भूमि अधिग्रहण विधेयक, वे देश में आर्थिक क्रांति ला सकते हैं। लेकिन विपक्ष किसी न किसी तरह सरकार को रोकने की तमाम कोशिशें कर रहा है।’’

माधव ने कहा कि हर साल करीब दो करोड़ युवा रोजगार पाने लायक हो रहे हैं, लेकिन महज 20 लाख नौकरियां पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने सोचा कि हालात में सुधार करने की जरूरत है और आधारभूत संरचना बनानी है, इसलिए भूमि अधिग्रहण विधेयक लेकर आई।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन युवाओं की आकांक्षाओं के खिलाफ काम करते हुए हमारे विरोधियों ने विधेयक नहीं आने दिया है। यह सही है कि कुछ मजबूरियों के कारण सरकार को उस विधेयक से कई चीजें हटानी पड़ी हैं। ये राजनीतिक मजबूरियां हैं। लेकिन हमारा इरादा पक्का है।’’