पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बारे मेँ जानकारी देने के लिए सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, एस जयशंकर, जे पी नड्डा और निर्मला सीतारमण ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की जमकर तारीफ करने वाले केरल के तिरुवनन्तपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी बैठक पर अपनी राय दी है।

केंद्र द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर सर्वदलीय बैठक आयोजित करने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “राष्ट्रीय संकट के समय हमें एकजुट होना चाहिए। जब ​​राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है तो राजनीतिक मतभेद खत्म हो जाते हैं। कांग्रेस ने सबसे पहले सरकार और सशस्त्र बलों को अपना पूरा समर्थन देने की घोषणा की थी। सरकार ने भी ऑपरेशन सिंदूर से पहले और बाद में अपनी भूमिका निभाई है, सर्वदलीय बैठकें बुलाकर विपक्षी दलों को विश्वास में लिया है। मेरे विचार से, सरकार के लिए ये सही काम थे। मेरा मानना ​​है कि देश पूरी तरह से समझता है कि सरकार ने जो किया वह क्यों किया और इस मामले में वह सरकार और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है।”

थरूर बोले- पाकिस्तानी सेना अपने देश में अलोकप्रिय

ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तानी सेना के एजेंडे पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “पाकिस्तानी सेना कई कारणों से अपने देश में अलोकप्रिय थी। पाकिस्तान की सेना दुनिया में अपनी तरह की सबसे लाडली संस्था है। उन्होंने बदले में पाकिस्तान के लोगों को कुछ नहीं दिया। उन्होंने पाकिस्तान के सबसे लोकप्रिय नेता इमरान खान को जेल में बंद कर दिया।”

पढ़ें- अब भारत ने खोले बगलिहार डैम के कई गेट, जानिए क्या है वजह

थरूर ने आगे कहा, “पहलगाम में यह दुस्साहस, यह आपराधिक आतंकवादी आक्रोश, आंशिक रूप से सेना को केंद्र में वापस लाने की इच्छा से प्रेरित था। वे कश्मीर की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाना चाहते थे, जो पर्यटकों की बढ़ती संख्या से लाभान्वित हो रही थी। वे कश्मीर में लोगों के बीच असंतोष बढ़ाना चाहते थे और उन्हें शेष भारत के खिलाफ़ करना चाहते थे। वे जानते थे कि भारत प्रतिक्रिया करेगा और फिर वे खुद को देश के नायक, रक्षक के रूप में चित्रित कर सकते थे।

पाकिस्तानी दुनिया को दिखाना चाहते थे कि कश्मीर अभी भी एक अनसुलझा मुद्दा है- शशि थरूर

कांग्रेस सांसद ने कहा, “वे वैश्विक कल्पना में भारत और पाकिस्तान को फिर से जोड़ना चाहते थे और दुनिया को दिखाना चाहते थे कि कश्मीर अभी भी एक अनसुलझा मुद्दा है। हम अब तक सभी सही काम कर रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस का संदेश जिसमें विदेश सचिव, एक कश्मीरी पंडित, थे दोनों ओर महिला अधिकारी, जिनमें से एक मुस्लिम थी, खड़ी हैं, जो मूर्ख जनरल मुनीर जैसे पाकिस्तानियों द्वारा फैलाई जा रही हिंदू-मुस्लिम दुश्मनी की कहानी के विपरीत है।”

कांग्रेस सांसद ने कहा कि अमेरिका को सैद्धांतिक रूप में कुछ कहना चाहिए था

ऑपरेशन सिंदूर पर विश्व नेताओं की प्रतिक्रियाओं पर , कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “सभी देशों ने संयम बरतने का आह्वान किया है। यह सामान्य बात है। कोई भी दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध को बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहता। रूस, फ्रांस और इजरायल ही ऐसे देश हैं जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने के भारत के अधिकार के लिए सार्वजनिक रूप से समझदारी दिखाई है। अमेरिका को सैद्धांतिक रूप में कुछ कहना चाहिए था क्योंकि 9/11 के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ सबसे कड़ी प्रतिक्रिया देने वाला देश अमेरिका ही है।

शशि थरूर ने कहा कि हैरानी की बात है कि चीन ने पाकिस्तान के पक्ष में उतना रुख नहीं अपनाया। चीन ने जो कहा है, उससे पता चलता है कि वे इस तथ्य से अनभिज्ञ नहीं हैं कि भारत के साथ संबंध मधुर हो रहे हैं। उच्च टैरिफ वाली ट्रम्पियन दुनिया में आज चीन के लिए भारतीय बाजार और भी महत्वपूर्ण है। चीन को भारत की इस तरह से जरूरत है, जैसी उसे पहले कभी नहीं थी, अगर वास्तविक युद्ध होता तो वे पाकिस्तान का समर्थन कर रहे होते। लेकिन, युद्ध को रोकने के लिए मेरे विचार से चीन रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाएगा।” पढ़ें- सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ?