पहले साल में नरेंद्र मोदी सरकार के प्रदर्शन को त्रासदी भरा करार देते हुए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि केंद्र की राजग सरकार संसदीय प्रक्रियाओं की अनदेखी करने के लिए बेहतर जानी जाएगी।
येचुरी ने कहा, ‘‘हम एक साल पहले भाजपा के सत्ता में आने के बाद से बेहद खतरनाक और तबाह करने वाली प्रवृत्ति उभरते देख रहे हैं। हम नव उदारवादी आर्थिक नीतियों, संसदीय प्रक्रियाओं की अनदेखी और सांप्रदायिक शक्तियों के उभार की तीन तरफा समस्या का सामना कर रहे हैं।’’ वह यहां एक ‘आदिवासी’ रैली को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
मोदी पर निशाना साधते हुए येचुरी ने कहा कि उनकी सरकार ने एक ही रिकॉर्ड स्थापित किया है और वह है अप्रत्याशित संख्या में विदेश यात्रा पर जाना। गौरतलब है कि मोदी ने एक साल में 18 देशों की यात्रा की है।
विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि हासिल करने के भाजपा के दावे पर सवाल खड़े करते हुए माकपा नेता ने कहा, ‘‘क्या महंगाई कम हुई जैसा वादा किया गया था। सच्चाई यह है कि जोतायी के कुल रकबे में कमी आई है। इन सबके बावजूद हमारे प्रधानमंत्री हैं जिनकी विदेश में विपक्ष को अपमानित करने में दिलचस्पी है।’’
येचुरी ने कहा कि सरकार ने राज्यसभा की अनदेखी का नया तरीका ढूंढ निकाला है, जहां यह अल्पमत में है। वह ज्यादातर विधायी कदमों को ‘धन विधेयक’ घोषित कर रही है। उन्होंने पूछा, ‘‘अब ज्यादातर विधेयक जिन्हें राज्यसभा में अवरुद्ध किया जा सकता है उन्हें धन विधेयक घोषित किया जा रहा है। अगर आप इन विधेयकों को उच्च सदन और संसदीय समिति के पास नहीं भेज सकते तो राज्यसभा सदस्यों के पास क्या काम बचेगा।’’