देश में कोरोना विषाणु संक्रमण के प्रतिदिन दर्ज होने वाले नए मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। शुक्रवार रात साढ़े ग्यारह बजे तक 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के 1,20,270 मामले सामने आए। इस दौरान संक्रमण की वजह से 3,332 लोगों की मौत हुई। ये आंकड़े राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों की ओर से जारी किए गए थे। पांच राज्यों में दस हजार से अधिक और 18 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में एक हजार से कम मामले दर्ज किए गए।
देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले तमिलनाडु में दर्ज किए गए। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कोरोना के 22,651 नए मामले सामने आए जबकि 463 लोगों की मौत हुई। तमिलनाडु के अलावा केरल में 16,229, कर्नाटक में 16,068, महाराष्ट्र में 14,152, आंध्र प्रदेश में 10,413, पश्चिम बंगाल में 7,928, ओड़ीशा में 7,729, असम में 4,548, तेलंगाना में 2,175, पंजाब में 2,009, जम्मू कश्मीर में 1,723, छत्तीसगढ़ में 1,460, गुजरात में 1,120, उत्तर प्रदेश में 1,112, राजस्थान में 1,006, बिहार में 991, हरियाणा में 895, उत्तराखंड में 892, मध्य प्रदेश में 798, मणिपुर में 791, हिमाचल प्रदेश में 787, पुदुचेरी में 712, त्रिपुरा में 650, मेघालय में 584, गोवा में 576, दिल्ली में 523, झारखंड में 478, अरुणाचल प्रदेश में 364, सिक्किम में 353, मिजोरम में 205, नगालैंड में 147, लद्दाख में 113 और चंडीगढ़ में 88 नए मामले दर्ज किए गए।
मौत के नए मामलों में सर्वाधिक 643 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 514 की कर्नाटक में, 460 की तमिलनाडु में, 153 की केरल में और पश्चिम बंगाल तथा उत्तर प्रदेश में 108-108 मरीजों की मौत हुई। अब तक हुई 3,40,702 मौतों में 97,394 मौतें महाराष्ट्र में, 30,531 कर्नाटक में, तमिलनाडु में 25,665, दिल्ली में 24,447, उत्तर प्रदेश में 20,895, पश्चिम बंगाल में 15,921, पंजाब में 14,840 और छत्तीसगढ़ में 13,139 मरीजों की मौत हो गई।
उधर, केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि सात मई को संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आने के बाद से नए मामलों में करीब 68 फीसद की कमी आई है। सरकार ने कहा कि दस मई को कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या चरम पर पहुंचने के बाद से अब तक इनकी तादाद में 21 लाख से अधिक की कमी दर्ज की गई है।
सरकार ने कहा कि यदि कोविड-19 की रोकथाम के उपायों, कोविड उपयुक्त व्यवहार या टीकाकरण में ढिलाई बरती गई तो मामले एक बार फिर बढ़ सकते हैं। सरकार का मानना है कि कोविड-19 रोधी टीकाकरण का बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत को समय हासिल करना होगा। सरकार ने कहा, ‘भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को मान्यता दिलाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूूएचओ) के साथ आंकड़े साझा किए जा रहे हैं और हम इसे जल्द से जल्द हासिल करना चाहते हैं।’ उसने कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ले चुके लोगों की संख्या के लिहाज से भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है।