बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए प्रशांत किशोर तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति बना रहे हैं। एनडीटीवी के साथ बात करते हुए पीके से जब पत्रकार ने पूछा कि अगर बीजेपी शासित सूबे की तरफ से आपको रणनीति बनाने के लिए बुलाया जाएगा तो क्या आप जाएंगे? मनोरंजन भारती के सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी जैसी बड़ी पार्टी को हमारे जैसों की जरूरत नहीं है।
मनोरंजन भारती ने प्रशांत किशोर से कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि प्रशांत किशोर के दिल में अभी भी नरेंद्र मोदी हैं। पीएम बुलाएंगे तो आप चले जाएंगे। जवाब देते हुए पीके ने कहा कि मैं हनुमान तो हूं नहीं कि दिखा दूं। किसके दिल में कौन रहते हैं इस बात को आप तय कर सकते हैं उसके कार्यों से न कि उसकी बातों से। पीके से जब पूछा गया कि बीजेपी के किसी राज्य से अगर बुलावा आएगा तो आप नहीं जाएंगे? उन्होंने कहा कि बिल्कुल नहीं जाएंगे, पहली बात बीजेपी जैसी बड़ी पार्टी को मेरे जैसे लोगों की कोई जरूरत नहीं है।
साथ ही उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैंने बीजेपी को सिखाया या उन्होंने मुझे सिखाया ये सब्जेक्टिव बात है। उन्होंने कहा कि 2015 में हमलोग नीतीश कुमार जी के साथ थे बीजेपी के खिलाफ थे। 2017 में हमलोगों ने अमरिंदर सिंह के चुनाव में काम किया था। वो चुनाव भी अकाली बीजेपी के खिलाफ था। उसके बाद हमलोगों ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस गठबंधन के लिए काम किया वहां भी हमलोग बीजेपी के खिलाफ थे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने आंध्रा में भी हमने बीजेपी के खिलाफ काम किया था। यही कारण है कि मैंने आपको पहले कहा कि मुझे मेरे काम से जज करें। उन्होंने कहा कि IPAC जब से बनी है तब से हम एक ही तरफ काम कर रहे हैं लेकिन आप मानने को तैयार नहीं हैं।
विरोधियो की क्षमता को समझना उसकी रणनीति को जानना उसका फैन होना नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि मीडिया में कई बातें अनुमान के आधार पर लिखी जाती है। उन्होंने कहा कि कई लोग ये सवाल करते हैं कि आप क्या करते हैं? मेरा जवाब ये है कि हम हर वो काम करते हैं जिससे कि पार्टी और हमें लगता है कि चुनाव जीतने के लिए जरूरी है।