जम्मू कश्मीर में पीडीपी और भाजपा गठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों के बीच कटुता काफी बढ़ गई है। यही वजह है कि आज पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर उनकी पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया। इसके जवाब में भाजपा ने महबूबा मुफ्ती पर अलगाववादियों से नजदीकी का आरोप लगा दिया है। वहीं भाजपा के इस आरोप के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती के समर्थन में आ गए हैं और उन्होंने भाजपा पर हमला बोला है।
अपने एक ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि “महबूबा मुफ्ती ने आपके (भाजपा) ऑपरेशन ऑल आउट का समर्थन किया, उन्होंने एनआईए की छापेमारी और गिरफ्तारियों में आपका साथ दिया, राज्य से अफ्सपा कानून हटाने का विरोध किया और जम्मू में आरएसएस की हथियारों के साथ वाली परेड की भी अनुमति दी। ऐसे में वह कैसे अलगाववादियों की समर्थक हो सकती हैं??” अपने एक अन्य ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि “प्यारी भाजपा, अपनी अवसरवादिता का खुला प्रदर्शन मत कीजिए, क्या आप ये कह रहे हैं कि आपने एक पार्टी के साथ गठबंधन किया और उस पार्टी ने अकेले ही सत्ता में रहने के लिए अलगाववादियों के साथ गठबंधन कर लिया? आप कैसे लोग हैं? क्या आपका राष्ट्रवाद/ देशभक्ति बिकाऊ है??
बता दें कि उमर अब्दुल्ला का ये बयान ऐसे वक्त आया है, जब आज महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि “यदि दिल्ली ने 1987 की तरह लोगों के वोटिंग अधिकार को बर्खास्त करने की कोशिश की, यदि अलगाव की या दखल देने की कोशिश की गई तो मुझे लगता है कि 1987 की तरह ही और यासीन मलिक और सैयद सलाहुद्दीन पैदा होंगे। यदि पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की गई तो इसके बेहद खतरनाक परिणाम होंगे।” गौरतलब है कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि पीडीपी के कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। यही वजह है कि महबूबा मुफ्ती ने केन्द्र सरकार पर पीडीपी को तोड़ने का आरोप लगाया है।