ओडिशा में लंबे समय तक सत्ता में रहे नवीन पटनायक और उनकी सरकार इस बार विधानसभा चुनावों में हार के बाद बाहर हो गई। इसके साथ ही नवीन पटनायक के सहयोगियों पर मुश्किलों का दौर शुरू हो गया है। ताजा मामला नवीन पटनायक के खास रहे वीके पांडियान को लेकर है। राज्य की बीजेपी सरकार ने आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव के समय वीके पांडियान जिस हेलिकॉप्टर और हेलीपैड्स का इस्तेमाल किया उसका खर्चा उनकी पार्टी के बजाए तब की बीजू जनता दल (BJD) सरकार ने उठाया। उनके लिए राज्य में कुल 450 हेलीपैड्स बनवाए गये थे। इस आरोप से वे मुश्किलों में घिर गये हैं।
सरकार ने पूछा किसके आदेश पर खर्च किए गये ये पैसे
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इसको लेकर राज्य के वाणिज्य और परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना जांच कराने की बात कही है। रविवार को कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने भी कहा कि यह गंभीर मामला है। इस पर पूरी तरह से जांच-पड़ताल होनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि आखिर किसके आदेश पर और किसके खर्च पर यह काम हुआ। वीके पांडियान पूर्व आईएएस ऑफिसर हैं और बाद में वह नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गये थे। वे तब के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बेहद करीबी थे तथा सरकार और पार्टी में बहुत प्रभावशाली रहे हैं।
कानून मंत्री ने कहा कि इतने बड़े खर्चे की मंजूरी किससे मिली, इसकी भी जांच होनी चाहिए। हालांकि बीजू जनता दल (BJD) ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए इस सरकार की बदले की कार्रवाई बताया।
नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी सरकार 5 मार्च 2000 को ओडिशा की सत्ता में आई थी। वह 24 साल तक लगातार सत्ता में रहे और जनता का विश्वास जीतते रहे, लेकिन इस साल उनको सत्ता से हटना पड़ा। उनका कार्यकाल 12 जून 2024 को खत्म हो गया। इसके बाद ओडिशा में बीजेपी सत्ता में आई और राज्य के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में मोहन चरण माझी ने सरकार बनाई। राज्य में बीजेपी पहली बार सत्ता में आई है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से कहा था कि एक बार पार्टी को मौका दें राज्य को नंबर वन बना देंगे।
नई सरकार ने सत्ता संभालने के बाद भ्रष्टाचार और अनियमितता के खिलाफ अभियान छेड़ दी है। इसी के तहत पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बेहद करीबी रहे वीके पांडियान के हेलिकॉप्टर दुरुपयोग मामले की जांच कराने की बात उठी है।