नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद वाले विवादित बयान पर भड़की हिंसा में अब ट्रेन भी निशाने पर आने लगे हैं। पश्चिम बंगाल में एक ट्रेन पर पथराव के बाद दुकानों में लूटपाट की गई है। वहीं प्रयागराज हिंसा के आरोपी मोहम्मद जावेद के समर्थन में जेएनयू में प्रदर्शन किया गया है। वहीं बांग्लादेश ने कहा कि पैगंबर के अपमान का विवाद भारत का आंतरिक मामला है, उसपर बांग्लदेश क्यों दखल देगा?

बंगाल में ट्रेन पर पथराव- पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के बेथुआडाहारी रेलवे स्टेशन पर रविवार को प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और एक लोकल ट्रेन को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना के बाद उस रूट पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार नूपुर शर्मा के विरोध में रविवार को सैकड़ों लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-34 को जाम कर दिया। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो कुछ लोग बेथुआडहरी रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां खड़ी एक ट्रेन पर पथराव करने लगे।

सुरक्षा बल जैसे ही रेलवे स्टेशन पहुंचे, बदमाश बेथुआडहरी अस्पताल की ओर भाग निकले। वहां भी कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने फिर लाठीचार्ज करके उपद्रवियों को खदेड़ दिया। पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने कहा- “एक हजार लोगों की अनियंत्रित भीड़ ने ट्रेन पर पथराव किया। कुछ लोग घायल हुए है। अभी वहां कोई ट्रेन नहीं चल रही है, हम राज्य सरकार की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं”।

जेएनयू में प्रदर्शन- दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मोहम्मद जावेद की बेटी आफरीन फातिमा के समर्थन में विरोध प्रदर्शन निकाला गया। फातिमा के पिता के खिलाफ की गई ‘बुलडोजर’ कार्रवाई का छात्रसंघ विरोध कर रहा है। जावेद की बेटी के मुताबिक, जो मकान गिराया गया, वह उनकी मां को उनके नाना ने गिफ्ट किया था। उन्होंने दावा किया कि न तो जमीन और न ही घर उनके पिता ने बनाया था।

बांग्लादेश की प्रतिक्रिया- बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री डॉ हसन महमूद ने कहा है कि पैगंबर के अपमान को लेकर विवाद भारत का आंतरिक मामला है। बांग्लादेश की सरकार को इसका जवाब देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा- “सबसे पहले, यह बांग्लादेश के लिए एक बाहरी मुद्दा है। यह मसला भारत का है, बांग्लादेश का नहीं। हमें कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है।”

वहीं यूपी के गाजियाबाद में धारा 144 लगा दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए, गाजियाबाद जिले में 10 अगस्त तक सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है।