प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओ को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जो पीएमओ पिछले 78 सालों से साउथ ब्लॉक में स्थित था, अब अगले महीने वो एग्जीक्यूटिव एनक्लेव में शिफ्ट होने जा रहा है। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर है कि सेंट्रल विस्ता प्रोजेक्ट के तहत ही पीएमओ का आवास अब बदलने जा रहा है।
वैसे जो नया एंक्लेव बनकर तैयार हो रहा है. उसमें कैबिनेट सचिवालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और अत्यधुनिक कॉन्फ्रेंसिंग जैसी कई सुविधाएं रहने वाली हैं।
अब जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर काम लंबे समय से चल रहा था। पुरानी इमारत नई सुविधाओं से लैस नहीं थी, जगह की कभी भी एक समस्या बन रही थी, इसी वजह से अब इसे शिफ्ट किया जा रहा है।
वैसे कुछ दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य भवन 3 का उद्घाटन भी किया था। उस मौके पर उन्होंने जोर देकर बोला था कि ब्रिटिश कालीन की जो इमारतें हैं, वहां पर जगह पर्याप्त नहीं है और रोशनी और वेंटिलेशन भी नहीं रहता। वैसे हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आगे चलकर पीएमओ का नाम भी बदला जा सकता है, सेवा को दर्शाने के लिए किसी दूसरे नाम पर विचार किया जा सकता है।
अब पीएमओ का पता बदल सकता है, कर्तव्य भवन का भी उद्घाटन हो गया, लेकिन Central Secretariat Service (CSS) के अधिकारी खुश नहीं हैं। उन्होंने तो पीएम मोदी को चिट्ठी लिख अपनी नाराजगी जता दी है। CSS की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि ऑफिस का जो लेआउट है, उससे वहां काम करने वालों की गोपनीयता और उनकी कार्य कुशलता पर खराब असर पड़ रहा है।
CSS फोरम के महासचिव यतेंद्र चंदेल की तरफ से लिखे गए पत्र में कर्तव्य भवन-3 में बैठने के इंतजामों पर सवाल उठाया गया है। पत्र में कहा गया है कि CSS के अफसरों को जितनी जगह चाहिए, उससे कम दी जा रही है। एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि ऑफिसर्स को काम करने के लिए जो स्पेस दिया गया है, वह रूल्स के खिलाफ है और इसमें कॉन्फिडेंशियलिटी और प्राइवेसी मेंटेन नहीं हो रही है।