बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए महिला शिक्षा के महत्व पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी को वापस लेते हुए बुधवार को कहा कि अगर उनकी किसी बात से किसी को कोई ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए माफी मांगते है और खेद व्यक्त करते हैं। हालांकि, सीएम की माफी के बाद भी बवाल खत्म नहीं हुआ है। विपक्षी नेताओं ने बिहार विधानसभा के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अपमानजनक शब्दों पर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा, “भले ही उन्होंने माफी मांग ली है लेकिन पूरा बिहार शर्मसार हुआ है। उन्हें इस तरह का बयान देने की हिम्मत कैसे हुई? केवल माफी मांगने से काम नहीं चलेगा उन्हें सभी महिलाओं के सामने हाथ जोड़कर ये कहना चाहिए कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती की है और आगे ऐसी कभी भी गलती नहीं करेंगे।”

गलती से बोल दिए नीतीश- राबड़ी देवी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा, “ऐसी बात उनके मुंह से गलती से निकल गई, जिसपर उन्होंने माफी भी मांगी है। सदन चलते रहने देना चाहिए और मुख्यमंत्री को अपनी बात का पछतावा है।”

बिहार की महिलाओं को गलत संदेश दिया- असदुद्दीन औवेसी

नीतीश कुमार के बयान पर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी ने कहा, “वह एक प्रदेश के मुख्यमंत्री है और विधानसभा में उन्होंने जिस तरीके का भाषा का उपयोग किया है वो अश्लील है। आप कही सड़क पर यह बात नहीं बोल रहे थे उन्हें समझना चाहिए था। मैं मांग करता हूं कि वो अपना बयान विधानसभा में वापस ले और उन्होंने बहुत गलत संदेश बिहार की महिलाओं को दिया है।”

नीतीश की माफी

बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान और बाद में सदन के भीतर नीतीश ने कहा, ‘‘अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं, मैं अपनी निंदा करता हूं और दुख प्रकट करता हूं। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री शर्म करें, मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं, मैं इसके लिए दुख प्रकट कर रहा हूं। मैं इन सारी चीजों को वापस लेता हूं।’’

क्या बोल गए नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री ने जनसंख्या को नियंत्रित करने में महिलाओं की शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए राज्य विधानसभा में उदाहरण पेश किया था कि कैसे एक शिक्षित महिला अपने पति को संबंध बनाने के दौरान रोक सकती है। सीएम ने कहा था, “पति के कृत्यों के कारण ज्यादा बच्चे जन्म लेते हैं। हालांकि, एक शिक्षित महिला जानती है कि उसे कैसे रोकना है। यही कारण है कि जन्म लेने के मामलों में कमी आ रही है।”