कर्नाटक के बेंगलुरु में 18 जुलाई को हुई विपक्षी दलों की बैठक में गठबंधन का नाम INDIA रखने पर सहमति जताई गयी। इंडिया का फुलफॉर्म है इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (Indian National Democratic Inclusive Alliance) है। वहीं, सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चाहते थे कि विपक्षी गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रखा जाए क्योंकि इसमें ‘NDA’ अक्षर है।

सूत्रों ने बताया कि सोमवार को एक अनौपचारिक बैठक में सबके सामने इंडिया नाम का प्रस्ताव रखा गया था। सभी विपक्षी नेताओं से नाम पर सुझाव मांगे गए और बाद में मंगलवार को सभी ने सहमति जताई। जिसके बाद नीतीश कुमार ने भी नाम पर सहमति जताई। सूत्रों के मुताबिक, बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि ठीक है, अगर आप सभी इससे (भारत नाम) से सहमत हैं, तो यह ठीक है।

दूल्हा तय नहीं, फूफा पहले नाराज- अश्विनी चौबे

वहीं दूसरी ओर नीतीश की नाराजगी पर मजे लेते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ट्विटर पर लिखा कि सुने हैं बिहार के महाठगबंधन के बड़े बड़े भूपति बेंगलुरु से पहले ही निकल आए। दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहिले नाराज हो रहे। वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भी इस पर मजे लेते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि नीतीश और लालू प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में बिना भाग लिये क्यों निकल गये ?कहीं convenor नहीं बनाने से नाराज़ तो नहीं?

‘जीतेगा भारत’ होगी गठबंधन की टैगलाइन

अपने गठबंधन के लिए ‘इंडिया’ नाम चुनने की घोषणा के एक दिन बाद विपक्षी दलों ने 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसके लिए ‘जीतेगा भारत’ टैगलाइन को चुना है। सूत्रों ने बताया कि इस टैगलाइन को विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुवाद करके इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु में मंगलवार को हुई बैठक के दौरान कई नेताओं को लगा कि गठबंधन के नाम में ‘भारत’ शब्द भी शामिल होना चाहिए।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुझाया था INDIA नाम

वीसीके प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का नाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। वीसीके प्रमुख ने एएनआई को बताया कि लंबी चर्चा के बाद इसे ‘भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन’ कहा जाने का निर्णय लिया गया। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी ने बैठक में चर्चा के दौरान INDIA नाम को सही ठहराते हुए कहा कि यह एक सामूहिक प्रयास है। श्रीनेत ने एएनआई को बताया कि हम सभी एक साथ बैठे और हम सभी ने नाम तय किये। राहुल जी ने इसका नेतृत्व किया।

बेंगलुरु विपक्ष की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार और लालू यादव मौजूद नहीं थे क्योंकि मौसम विभाग ने खराब मौसम की भविष्यवाणी की थी। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं थे।