केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जदयू और राजद के गठबंधन से भाजपा ‘‘काफी खुश’’ है क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘‘अपराध और भ्रष्टाचार’’ की लालू प्रसाद की विरासत का चेहरा बनकर सुशासन के मुद्दे को मजबूत किया है।
प्रसाद ने दावा किया, ‘‘लालू प्रसाद अपहरण, अपराध, कुशासन और भ्रष्टाचार की विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं और आज नीतीश कुमार इसका चेहरा बन गए हैं।’’ वह राजद के 15 साल के शासनकाल का जिक्र कर रहे थे जिसे भाजपा और जदयू अलग होने के पहले ‘‘जंगल राज’’ बताते थे।
उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार के लालू प्रसाद के साथ जाने से मैं काफी खुश हूं। नीतीश कुमार ने सुशासन के पूरे मुद्दे को मजबूत किया है। यह बिहार के लोगों के साथ एक भद्दा मजाक है।’’
प्रसाद ने कहा कि जून 2013 में कुमार के भाजपा से अलग होने के बाद से बिहार की आर्थिक स्थिति ‘‘कम निवेश और कम जीडीपी वृद्धि’’ के साथ खराब हुयी है। उन्होंने कहा, ‘‘अपराध में वृद्धि हो रही है, बिहार पुराने दिनों की ओर लौट रहा था जिसके लिए वह कुख्यात था। बिहार के लोगों को सुशासन, अच्छी प्रगति चाहिए तथा बिहार में बड़ी संख्या में युवा हैं जो बदलाव के आकांक्षी हैं। यह भाजपा की असली ताकत है। हम सुशासन देंगे। हम स्थिरता देंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि 2012-13 में जीडीपी की दर 15 प्रतिशत थी जो अब घटकर आठ प्रतिशत रह गयी है। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा बिहार चुनावों के पहले किसी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएगी, प्रसाद ने कहा कि भाजपा का संसदीय बोर्ड इस पर फैसला करेगा।