नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने चेताया है कि कोरोना का नया स्ट्रेन ब्रिटेन से भारत भी आ गया है। इसके प्रति हमें सतर्क रहना होगा। कहा कि देश की बड़ी आबादी अब भी संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील है। ठंड के मौसम में इसका प्रभाव ज्यादा दिख सकता है। उन्होंने कहा कि हम इसकी अनदेखी नहीं कर सकते हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि कोरोना के नए स्ट्रेन को वैक्सीन ठीक कर देगा। अब तक इसका भी कोई सबूत नहीं है कि कोरोना का नया संस्करण बीमारी की गंभीरता को बढ़ा रहा है। कहा कि फिलहाल घबड़ाने की जरूरत नहीं है, केवल सतर्कता बरतने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन मरीजों के कुल मामलों में से 60 प्रतिशत पांच राज्यों से सामने आए हैं जिनमें महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। वहीं ब्रिटेन में वायरस के नए स्वरूप को लेकर देश में बढ़ती आशंकाओं पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसे साक्ष्य नहीं मिले हैं कि नया टीका ब्रिटेन या दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप पर प्रभावी नहीं होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन में वायरस का नया स्वरूप मिलने से पहले हमनें देश की विभिन्न प्रयोगशालाओं में ऐसे करीब 5000 जीनोम अनुक्रम किये।
इस बीच नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि उन्हें लगता है कि भारत और ब्रिटेन के बीच यात्री उड़ानों पर लगे अस्थायी रोक को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप के सामने आने के बाद उड़ानों पर अस्थायी रोक लगाई गई थी। नागर विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वायरस के नए स्वरूप के सामने आने की वजह से ब्रिटेन व भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थगित रहेगी।
मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मुझे लगता है कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों पर अस्थायी रोक को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा।” उन्होंने कहा, “अगले एक या दो दिनों में हम यह पता कर लेंगे कि क्या कोई अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है अथवा मौजूदा अस्थायी निलंबन में हम कब से ढील देना शुरू कर सकते हैं।”