ऑपरेशन सिंदूर में अपना शौर्य दिखाने वाले भारतीय सुरक्षाबलों के जांबाजों को सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा। मुरीदके और बहावलपुर में आतंकवादी समूहों के मुख्यालयों और पाकिस्तानी सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाने वाले लड़ाकू पायलटों सहित भारतीय वायु सेना के 9 अधिकारियों को सरकार वीर चक्र से सम्मानित करेगी। यह युद्धकालीन वीरता का तीसरा सर्वोच्च पदक है।

वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल नरनादेश्वर तिवारी, वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल जीतेन्द्र मिश्रा और डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश भारती सहित चार भारतीय वायु सेना अधिकारियों को ऑपरेशन सिंदूर के लिए सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा।

इन जांबाजों को मिलेगा सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति की तरफ से गैलेंट्री अवॉर्ड का ऐलान किया गया है। इस बार ये अवॉर्ड ऑपरेशन सिंदूर के नायकों के नाम रहा। पाकिस्तान में आतंकी बुनियादी ढांचे और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले में शामिल भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ-साथ S-400 वायु रक्षा प्रणाली को संचालित करने वाले उन पायलटों को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया, जिन्होंने 7 से 10 मई के बीच दोनों देशों के बीच संघर्ष के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी, वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा उन शीर्ष सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जायेगा।

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दक्षिण पश्चिमी वायु कमान और पश्चिमी वायु कमान का नेतृत्व कर रहे क्रमशः एयर मार्शल नागेश कपूर और एयर मार्शल जितेन्द्र मिश्रा को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक प्रदान किया जायेगा। वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह, जिन्होंने पश्चिमी नौसेना कमान के ‘फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ’ के रूप में पहलगाम हमले के बाद नौसेना के संसाधनों की तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उन्हें भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक के लिए नामित किया गया है।

वायुसेना के अधिकारियों को किया जाएगा सम्मानित

नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती, जिन्होंने पहलगाम हमले के बाद नौसेना की तैनाती रणनीति को अंतिम रूप देने में प्रमुख भूमिका निभाई थी उन्हें उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जायेगा। भारतीय वायु सेना के नौ लड़ाकू पायलटों को प्रतिष्ठित वायु चक्र से सम्मानित किया जायेगा।

127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें चार कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो ‘बार टू सेना’ पदक (वीरता), 58 सेना पदक (वीरता), छह नौसेना पदक (वीरता) और 26 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं। पुरस्कारों में सात सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक, नौ उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 युद्ध सेवा पदक भी शामिल हैं। राष्ट्रपति ने 290 ‘मेंशन-इन-डिस्पैच’ को भी मंजूरी दी है, जिनमें से 115 भारतीय सेना से, पांच भारतीय नौसेना से और 167 भारतीय वायु सेना से हैं। ‘मेंशन-इन-डिस्पैच’ एक सम्मान है जो भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को दिया जाता है, विशेष रूप से उन लोगों को जिन्होंने विशिष्ट वीरता या सराहनीय सेवा का प्रदर्शन किया है। पढ़ें- तिरंगे और अशोक चक्र के बारे में आप कितना जानते हैं?

(भाषा के इनपुट के साथ)