NIA, ED Conduct Multiple Raids Across Country News in Hindi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राज्य पुलिस बलों की एक संयुक्त टीम ने 100 से अधिक पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के अनुसार जानकारी दी कि संयुक्त टीम ने 10 राज्यों में छापेमारी की। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पीएफआई पर एनआईए के छापे को लेकर एनएसए अजीत डोवाल, गृह सचिव, डीजी एनआईए सहित अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों के साथ बैठक की।
वहीं एनआईए ने पहले से दर्ज एक मामले के सिलसिले में तेलंगाना के हैदराबाद स्थित चंद्रयानगुट्टा में पीएफआई के हेड ऑफिस को सील कर दिया। एनआईए, ईडी और पैरामिलिट्री ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर पीएफआई कार्यालय को सील किया।
एनआईए और ईडी ने केरल के तिरुवनंतपुरम में भी पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की है। मंजेरी में पीएफआई के चेयरमैन ओमा सालेम के ठिकानों पर भी रेड डाली गई है और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। ओमा सलेम के साथ पीएफआई के केरल राज्य प्रमुख मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरूद्दीन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी कोया को हिरासत में लिया गया है।
पीएफआई के खिलाफ जांच एजेंसियों की ये अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। सबसे ज्यादा केरल से 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20, आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, दिल्ली से 3, यूपी से 8 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं छापेमारी पर पीएफआई के महासचिव अब्दुल सत्तार ने समाचार चैनल आजतक से कहा, “फासीवादी सरकार द्वारा विरोध की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार द्वारा किये जा रहे अत्याचारों का ताजा उदाहरण आधी रात को देखने में मिला, जब केंद्रीय एजेंसियों एनआईए और ईडी ने लोकप्रिय नेताओं के घरों में छापेमारी की है। लोगों को फासीवादी शासन का एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने के लिए कड़ा विरोध करना चाहिए।
संयुक्त टीम की तलाशी आतंकवाद के लिए फंडिंग करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने में शामिल व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में की जा रही है।
वहीं पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बयान देते हुए कहा, “पीएफआई जो भारत विरोधी काम करता है। पूर्णिया को उसने अपना सेंटर बनाया है। ये दुर्भाग्य है जब फुलवारी शरीफ में पीएफआई पर छापे पड़े तब पुलिस का निराशाजनक वक्तव्य आया था। नीतीश और लालू बाबू तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं।”
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य राज्यों में छापेमारी की गई। एनआईए ने इस महीने की शुरुआत में एक मामले में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में 40 स्थानों पर छापेमारी की थी और पीएफआई से जुड़े हुए चार लोगों को हिरासत में लिया था।