भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर जारी पोस्टर में नेहरू का फोटो नहीं लगाए जाने को लेकर विवाद जारी है। विवाद के बीच रविवार को टेलीग्राफ अखबार ने नेहरू की मोदी से कई गुना बड़ी तस्वीर छापी। अखबार की खबर को शेयर करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने लिखा कि करती है फरियाद ये धरती कई हजारों साल, तब होता है पैदा एक जवाहरलाल।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने लिखा कि करती है फ़रियाद ये धरती कई हज़ारों साल, तब होता है जाकर पैदा एक जवाहरलाल । मोदी सरकार व उनके पिट्ठू – ‘भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद’ की मोटी व छोटी बुद्धि को समर्पित। बताते चलें कि ICHR के पोस्टर में महात्मा गांधी, सरदार पटेल, सावरकर, भगत सिंह का फोटो लगाया गया है लेकिन जवाहरलाल नेहरू को जगह नहीं दी गयी है। जिसके बाद से सोशल मीडिया में लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

पोस्टर को लेकर विरोध जताते हुए कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने लिखा था कि मोदी जी को जितने साल PMO में नही हुए, उससे भी 2 साल ज्यादा देश को आजाद कराने पंडित नेहरू स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जेल में रहे उनकी विरासत तुम खाक मिटा पाओगे मोदी जी? पवन खेड़ा ने लिखा कि नेहरू जी की फ़ोटो हटाने से क्या खुद का क़द बढ़ जाएगा? बौना, बौना ही रहेगा। अमरेंद्र यादव नाम के यूजर (@Amrendr98351294) ने लिखा कि आप दीवार के चित्रों को बदल कर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते हैं।

इधर पूरे मामले पर आईसीएचआर के अधिकारी का कहना है कि इस मुद्दे पर विवाद ‘गैर जरूरी’ है और आने वाले दिनों में जारी होने वाले पोस्टरों में नेहरू की तस्वीर होगी। आईसीएचआर के एक शीर्ष अधिकारी ने इस मुद्दे पर आलोचना को खारिज करते हुए कहा, ‘‘हम आजादी की लड़ाई में किसी की भूमिका को कमतर करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि जिस पोस्टर को लेकर विवाद हुआ है वह आजादी का अमृत महोत्सव जश्न के तहत जारी होने वाले कई पोस्टरों में से एक है।