केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जांच को लेकर एक समिति का गठन किया है।तीनों ट्रस्ट पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA), फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) और इनकम टैक्स ऐक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन का आरोप है। जांच के लिए गठित की गई इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी की अगुआई ईडी के एक स्पेशल डायरेक्टर करेंगे।इस मामले को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर दुर्भावना से प्रेरित राजनीति का आरोप लगा रही है। टीवी चैनलों पर भी इसे लेकर बहस हो रही है।
एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता और जदयू नेता अजय आलोक के बीच तीखी बहस हुई। जांच को लेकर कांग्रेस नेता ने सवाल उठाए तो अजय आलोक ने कहा कि हमारी मर्जी है, हम हर तीन महीने पर नया घोटाला सामने रखेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा की जांच कर रहे हैं करें हम हर जांच का जवाब देंगे लेकिन यह जांच बदले की भावना से की जा रही है। इस पर अजय आलोक ने कहा कि कितना जवाब देंगे जवाब देते-देते थक जाएंगे। इतनी चोरी की हुई है कि जवाब देते-देत थक जाएंगे।
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राहुल गाँधी बोले, हम न डरने वाले हैं और न बिकने वाले हैं @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/hFzZzwwUN0— News18 India (@News18India) July 8, 2020
रोहन गुप्ता ने सवाल उठाया की यह जांच अभी क्यों की जा रही है। इस पर अजय आलोक ने कहा कि रोहन गुप्ता कह रहे हैं कि अभी क्यों अभी क्यों, अरे अभी नहीं अगले 2024 तक लाएंगे। हर तीन महीने पर एक नया घोटाला लाएंगे और जब आप पूछेंगे अभी क्यों लाए छह साल पहले क्यों नहीं लाए। तो बता दूं हमारी मर्जी है, हमारे पास इतना मटेरियल हैं कि 365 दिन आपके घोटाले सामने ला सकते हैं।
गौरतलब है कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद के दौरान भाजपा ने आरोप लगाया था कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से डोनेशन मिलने का आरोप लगाया था। जांच को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर बदले की राजनीति का आरोप लगा रही है।