न्यूज 24 पर डिबेट के दौरान एंकर संदीप चौधरी बीजेपी नेत्री संजू वर्मा से पूछने लगे कि देश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरियां गई हैं। बेरोजगारी 12 फीसदी है। क्या ये चिंता की बात है? जवाब में बीजेपी नेत्री कहने लगीं कि आप कौन सा चश्मा लगाते हैं, जो मोदी सरकार का अच्छा आंकड़ा नहीं दिखा। ये आंकड़े जिस संस्था ने दिए हैं, वह सरकारी नहीं है और उसका कांग्रेस से रिश्ता है। बीजेपी नेत्री कहने लगीं कि सर्विस सेक्टर की स्थिति भले ही खराब हो लेकिन देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर बहुत अच्छा कर रहा है। देश में कृषि क्षेत्र भी आपदा की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।

मालूम हो कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में करोड़ों लोगों के बेरोजगार होने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने पार्टी की ओर से बेरोजगारी के मुद्दे पर चलाए गए सोशल मीडिया अभियान के तहत केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘अबकी बार, करोड़ों बेरोजगार। कौन ज़िम्मेदार? सिर्फ़ और सिर्फ़ मोदी सरकार!’’ कांग्रेस ने सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन एकोनॉमी (सीएमआईई) की ओर से बेरोजगारी को लेकर किए गए ताजा अकालन के आधार पर सोशल मीडिया अभियान चलाया और केंद्र सरकार पर रोजगार बचा पाने में विफल रहने का आरोप लगाया।


गौरतलब है कि सीएमआईई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेश व्यास ने कहा था कि इस शोध संस्थान के आकलन के अनुसार, बेरोजगारी दर मई में 12 प्रतिशत रही जो अप्रैल में 8 प्रतिशत थी। इसका मतलब है कि इस दौरान करीब एक करोड़ भारतीयों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अप्रत्याशित तबाही से अगले साल 20 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने की आशंका है और अभी 10.8 करोड़ कामगार ‘गरीब या अत्यंत गरीब’ की श्रेणी में पहुंच गए हैं।

संयुक्त राष्ट्र की श्रम एजेंसी अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) ने बुधवार को ‘विश्व रोजगार और सामाजिक परिदृश्य : रूझान 2021’ रिपोर्ट में कहा है कि कोविड-19 महामारी से श्रम बाजार में पैदा संकट खत्म नहीं हुआ है और नुकसान की भरपाई के लिए रोजगार वृद्धि कम से कम 2023 तक नाकाफी होगी।