‘न्यूज 24’ पर डिबेट के दौरान AIMIM प्रवक्ता असिम वकार ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी अपने समय में देश में जनसंख्या कानून ले आई होती तो देश में मौजूदा कई नेता, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आज पैदा ही न हो पाते। नेता ने कहा कि ये भ्रांति दूर करने की जरूरत है कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि आरएसएस के लोग अधिक बच्चे पैदा करने की बात कर लोगों को भड़काते हैं।
बता दें कि प्रस्तावित जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के एक मसौदे के अनुसार, उत्तर प्रदेश में दो-बच्चों की नीति का उल्लंघन करने वाले को स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने, सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने, पदोन्नति और किसी भी प्रकार की सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने से वंचित कर दिया जाएगा। राज्य विधि आयोग ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण एवं कल्याण) विधेयक-2021 का प्रारूप तैयार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश राज्य विधि आयोग (यूपीएसएलसी) की वेबसाइट के अनुसार, ‘‘राज्य विधि आयोग, उप्र राज्य की जनसंख्या के नियंत्रण, स्थिरीकरण और कल्याण पर काम कर रहा है और एक विधेयक का प्रारूप तैयार किया है।’’
अगर कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार में जनसंख्या नियंत्रण क़ानून लाई होती तो बहुत से मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री आज पैदा ही नहीं होते
: @syedasimwaqar (AIMIM) @manakgupta #RashtraKiBaat#UPElection2022 #PopulationControlBill pic.twitter.com/vWfE9o0kKb— News24 (@news24tvchannel) July 10, 2021
विधि आयोग ने इस विधेयक का प्रारूप अपनी सरकारी वेबसाइट पर अपलोड किया है और 19 जुलाई तक जनता से इस पर राय मांगी गई है। इस विधेयक के प्रारूप के अनुसार इसमें दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी नौकरियों में आवेदन से लेकर स्थानीय निकायों में चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का प्रस्ताव है। इसमें सरकारी योजनाओं का भी लाभ न दिए जाने का जिक्र है।
प्रारूप में कहा गया है, ‘‘दो बच्चे के मानदंड को अपनाने वाले लोक सेवकों (सरकारी नौकरी करने वालों) को पूरी सेवा में मातृत्व या पितृत्व के दौरान दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि मिलेगी। इसके अलावा राष्ट्रीय पेंशन योजना के तहत पूरे वेतन और भत्तों के साथ 12 महीने की छुट्टी और नियोक्ता के योगदान कोष में तीन प्रतिशत की वृद्धि की बात भी कही गयी हैं।’’ अधिनियम के कार्यान्वयन के उद्देश्य से एक राज्य जनसंख्या कोष का गठन किया जाएगा।