डिबेट में एंकर ने पूछा कि दो दिन पहले राज्यसभा में प्रधानमंत्री की बात आसानी से सुन ली और आज लोकसभा में आप हल्ला काटने लगे? इस पर कांग्रेस के पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर क्या टिप्पणी की इससे देश को, किसानों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। इस मुद्दे पर मेरी दिलचस्पी नहीं है। इसलिए सिर्फ इस मुद्दे पर अपनी बात रखना चाहता हूं। सबसे ज्यादा कंफ्यूज तो प्रधानमंत्री खुद दिखे। आपने कभी सुना है कि लालबत्ती है लेकिन ऑप्शनल है। आप रुक भी सकते हैं। चल भी सकते हैं। यह कौन सा ऑप्शनल कानून होता है? कृषि कानूनों में ऑप्शनल क्या है यह बता दीजिए ? क्या एक व्यक्ति के लिए कानून अलग और दूसरे के लिए अलग होगा?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में कौन सा हिस्सा ऑप्शनल है यह बता दीजिए? विपक्ष कंफ्यूज है कोई बात नहीं कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यहां प्रधानमंत्री खुद इतना ज्यादा कंफ्यूज हैं। प्रधानमंत्री का यह कहना कि कानून ऑप्शनल होते हैं। जो ऑप्शनल की बात कर रहे हैं वह तो पहले भी ऑप्शनल था। इसमें नया क्या है? आप सरकार चला रहे हैं कि आप मजाक कर रहे हैं कि चीजें ऑप्शनल हैं।
एंकर ने कांग्रेस प्रवक्ता को टोका की अब आप क्यों मुद्दा भटका रहे हैं। एक वक्त में इन कानूनों से सुधार तो आप भी लाना चाह रहे थे? इस पर पवन खेड़ा ने कहा कि शरद पवार, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हम अपने मेनिफेस्टो को लेकर कई बार सफाई दे चुके हैं। मोदी सरकार किसानों से बातचीत के बिना कानून ले आती है उनकी जिंदगी का फैसला लेने लगती है। एंकर ने पूछा कि एमएसपी को कानूनी जमा आप लोगों ने क्यों नहीं पहनाया?
एंकर ने कहा कि इतने सालों तक आप की सरकार थी तब आपने तो कानूनी जामा पहनाया नहीं अब प्रियंका गांधी कह रही हैं कि हमारी सरकार आएगी तो करेंगे? पवन खेड़ा ने कहा कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री रहते हुए एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग करता था आज वह प्रधानमंत्री है उससे पूछिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश की जनता ने कांग्रेस को जो सजा देनी थी दे चुकी है। अब बीजेपी गलतियां भी हमारी ही दोहराएगी। हर चीज में हमारी नकल करने की कोशिश करती है। गलतियां भी हमारी, योजनाएं भी हमारी, सब कुछ हमारा राज तुम्हारा यह तो नहीं चलेगा।