संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। टीवी चैनल्स पर भी इस मुद्दे को लेकर काफी बहस हो रही है। इसी कड़ी में एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान एंकर के सवाल पर पैनलिस्ट ने बाकि लोगों से सवाल ना पूछने का आरोप लगाते हुए साथी पैनलिस्टस् की तरफ इशारा करते हुए पूछा ये लोग क्या लूडो खेलने आए हैं?
दरअसल एक टीवी चैनल पर बहस हो रही थी कि प्रदर्शन के दौरान हिंसा क्यों हो रही है और कानून को हाथ में लेकर ये कैसा प्रदर्शन हो रहा है।

इस मुद्दे पर डिबेट के दौरान मुस्लिम पैनलिस्ट से ऑडियंस से एक लड़की ने अंसार रजा से पूछा कि आपको क्या परेशानी झेलनी पड़ रही है जो आप प्रदर्शन कर रहे हैं। इस सवाल का जवाब एंकर रजा से पूछ रहे थे। उन्होंने रजा से पूछा आपकी नागरिकता हिंदुस्तानी है या नहीं है?

इस पर एंकर ने कहा कि मेरा जवाब सुनिए और फिर कहने लगे मेरी ये डिबेट मोदी और अमित शाह को जरूर देखनी चाहिए। एंकर ने पैनलिस्ट पर भड़कते हुए कहा कि जवाब दीजिए तकरीर मत कीजिए। इस पर पैनलिस्ट ने कहा कि आप जवाब सुन तो लीजिए आधे घंटे में तो मेरे पास आए हैं।

इस दौरान पैनलिस्ट  एंकर के सवाल पर भड़कते नजर आए और जब एंकर  ने कहा कि रजा जवाब देंगे तो पैनलिस्ट ने बाकि पैनलिस्टों की तरफ इशारा करते हुए  कहा कि ये लोग क्या लूडो खेलने आए हैं?

बता दें कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी भारतीय को उसके माता-पिता या दादा-दादी के 1971 से पहले के जन्म प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेज दिखाकर नागरिकता साबित करने के लिए नहीं कहा जाएगा। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ भारत की नागरिकता जन्मतिथि या जन्मस्थान या दोनों से संबंधित कोई दस्तावेज पेश कर साबित की जा सकती है। ऐसी सूची में ढेर सारे आम दस्तावेज होने की संभावना है ताकि कोई भी भारतीय नाहक परेशान न हो या वह मुश्किलों में नहीं आए।’’